लखनऊःअलीगढ़ यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे का शिकार हुए देहरादून के यूट्यूबर अगस्त्ये चौहान एक आर्म रेसलर (पंजा पहलवान) भी थे, जो कि उन्हें विरासत में उनके पिता से मिली थी तो वहीं तेज बाइक चलाने और रैश ड्राइविंग पर देहरादून पुलिस ने उन पर कई बार कार्रवाई भी की थी.
अगस्त्ये एक आर्म रेसलर भी थे और जीती थी कई प्रतियोगिताएं
देहरादून के रहने वाले अगस्त्ये चौहान जिनकी 3 मई को अलीगढ़ के समीप यमुना एक्सप्रेस वे पर उनकी बाइक से एक्सीडेंट होने के चलते मौत हो गई इनकी मौत को लेकर के कई सवाल किए जा रहे हैं. जहां एक तरफ अगस्त्ये के परिजनों ने इसको हिट एंड रन केस का आरोप लगाते हुए दुर्घटना के जांच के लिए पुलिस में तहरीर दी है तो वहीं दूसरी तरफ इस घटना का एक पहलू रैश ड्राइविंग से भी जुड़ा हुआ है. देहरादून के रहने वाले अगस्त से चौहान देहरादून के ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे और वह अपनी महंगी बाइक और रोमांच के जरिए लोगों का खूब ध्यान आकर्षित करते थे.
इसी के रिएक्शन वीडियो वह अक्सर अपने यूट्यूब पर डाला करते थे. अगस्त्य चौहान ने बहुत कम समय में इतनी यूट्यूब पर इतनी ख्याति प्राप्त की कि देखते देखते उनका यूट्यूब चैनल कुछ ही समय में 1.28 मिलीयन सब्सक्राइबर्स हो गए थे. इसके अलावा अगस्ते एक आर्म रेसलर भी थे और यह उन्होंने अपने पिता से सीखा था. उनके पिता भी एक आर्म रेसलर हैं और अगस्त्य ने कई पंजा लड़ाने की प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल भी जीता है.
बुधवार 3 मई को अगस्त्ये अपने दोस्तों के साथ यमुना एक्सप्रेस वे पर राइड कर रहे थे और इस दौरान उनका एक भीषण एक्सीडेंट में मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरी बाइक बाइकर कम्युनिटी में सकते में है. देहरादून में भी इस घटना को लेकर लोगों में काफी प्रतिक्रियाऐं देखने को मिल रही हैं. कई लोग इस घटना के पीछे रैश ड्राइविंग को मुख्य वजह बता रहे हैं तो वही देहरादून पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अगस्त्ये का पहले कई बार देहरादून पुलिस चालान कर चुकी है और रैश ड्राइविंग के चलते अगस्त्ये का देहरादून पुलिस ने माफी मांगने के वीडियो भी सोशल मीडिया पर जारी किया था.
सब्सक्राइबर बढ़ाने के लिए मौत की रेस
एसपी ट्रैफिक देहरादून अक्षय कोंडे का कहना है कि देहरादून में कई बार रैश ड्राइविंग और बाइक स्टंट कर युटुब वीडियो बना रहे बाइकर्स पर लगाम लगाने को लेकर कई बार देहरादून पुलिस द्वारा अभियान चलाए गए हैं. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 12 लोगों को चिन्हित किया गया था, जिनकी सबसे ज्यादा शिकायतें थी और उनकी थाने में काउंसलिंग भी की गई थी. देहरादून में रैश ड्राइविंग के हॉटस्पॉट देहरादून स्टेडियम मालदेवता किमाड़ी रोड जैसे जगह हैं जहां पर पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई की गई है थी और इसी में अगस्त्ये पर भी कार्रवाई की गई थी, जिसकी वीडियो भी पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई थी.
पुलिस का कहना है कि रैश ड्राइविंग में जितना खतरा बाइक राइडर को है उतना ही खतरा वहां पर चल रहे आम नागरिक को भी हो जाता है, क्योंकि इतनी ज्यादा रफ्तार से बाइक चलाने को आईपीसी 336 में एक खतरनाक हथियार की संज्ञा दी गई है, जिससे दुर्घटना होने पर इसे एक हथियार से किए गया हमले के बराबर माना जाता है. देहरादून एसपी ट्रैफिक का कहना है कि देहरादून के एक फेमस यूट्यूब पर की जान रैश ड्राइविंग में चली गई है, लिहाजा इस अभियान को अगर और अधिक तेज करने की जरूरत पड़ी तो देहरादून पुलिस और अधिक सख्ती से अभियान चलाएगी.
रैश ड्राइविंग करने वाले फेमस यूट्यूबर को नहीं पड़ता है चालान से फर्क
ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि लगातार पुलिस द्वारा इस तरह की यूट्यूब चैनल चलाने वालों पर कार्रवाई की जाती है जो कि अपने कंटेंट में रैश ड्राइविंग या फिर यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई का इन लोगों पर इसलिए असर नहीं पड़ता है. क्योंकि यह लाखों-करोड़ों में अपने यूट्यूब चैनल से कम आ रहे हैं और इनके पास लाखों की महंगी गाड़ियां होती है लिहाजा इन पर पुलिस द्वारा लगाए गए छोटे-मोटे चालान का कोई फर्क नहीं पड़ता है. पुलिस का कहना है कि यह सब सब्सक्राइबर बढ़ाने की रेस है और इसे बढ़ावा न मिले इसके लिए पुलिस द्वारा कोर्ट में भी इस संबंध में शिकायत की गई है और लगातार पुलिस द्वारा अभियान इस संबंध में चलाया जाएगा.
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