लखनऊ: राजधानी में मंगलवार दोपहर बाद शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ. अभ्यार्थी विधान भवन के सामने प्रदर्शन करने जा रहे थे. उन्हें हजरतगंज से पहले शक्ति भवन के सामने ही रोक लिया गया. इस पर प्रदर्शनकारी भड़क उठे. प्रदर्शन में मौजूद महिला प्रदर्शनकारी महिलाएं सड़क पर ही लेट गईं.
युवक एससीईआरटी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में चल रही भर्ती की प्रक्रिया में 22000 अतिरिक्त पद जोड़े जाने की मांग की. इसको लेकर इनकी ओर से बीते 51 दिनों से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
69000 सहायक शिक्षक भर्ती. उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में इन अभ्यर्थियों की ओर से 22000 रिक्त पदों को भी इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल किए जाने की मांग उठाई जा रही है. इनका कहना है कि हजारों B.Ed बीटीसी छात्र बेरोजगार भटक रहे हैं. इन पदों को भर्ती प्रक्रिया में जोड़ने से उन्हें नौकरी पाने का अवसर मिल जाएगा. हालांकि सरकार की तरफ से भी जल्द ही दूसरी भर्ती प्रक्रिया भी लाने की घोषणा की जा चुकी है.
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उनका कहना है कि यूपी राज्य सरकार ने सुप्रीमकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था कि प्राथमिक शिक्षकों के 51 हजार से अधिक पद रिक्त हैं. जल्द ही भर्ती दी जाएगी एवम् शिक्षा मित्रों को एक और मौका दिया जाएगा. अभ्यार्थियों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में पिछले 2 वर्षों से कोई नई भर्ती नहीं हुई है. जो 68500 और 69000 शिक्षकों की भर्ती हुई है, वह सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों के समायोजन रद्द होने की वजह से हुई है. आरटीआई से प्राप्त डाटा के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में अब भी डेढ़ लाख से ज्यादा पद खाली हैं.