लखनऊ : लखनऊ के केजीएमयू में शुक्रवार सुबह मारपीट में घायल युवक की मौत हो गई. इसके बाद पीजीआई पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रोशित परिजन शव लेकर शुक्रवार शाम पीजीआई थाने पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे. पीजीआई इंस्पेक्टर ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसीपी कैंट पंकज कुमार सिंह के लिखित आश्वश्वन और मुकदमा दर्ज करने की बात पर परिजन शांत हुए और अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर घर चले गए. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी सचिन को गिरफ्तार कर लिया. अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है.
रायबरेली रोड पर स्थित कल्ली पश्चिम गांव निवासी रोहित के अनुसार घर से कुछ दूरी पर ही दूसरा अर्ध निर्मित मकान है. मां मंजू उसी मकान में जा रही थीं. मकान के आगे कुछ पक्की ईंटें रखी थीं. वह उनको हटाने लगीं इसी दौरान पड़ोसी सचिन, राजे, राकेश, शिवकुमार, नरेश अमित ने विरोध जताया. मां ने गाली देने से मना किया तो सभी ने पक्की ईंट व लोहे की राड, बांका व लाठी-डंडों से हमला कर दिया. वह जान बचाकर अपने मकान की ओर भागीं. इसके बाद सभी आरोपी घर में जबरन घुस गए और पिता मदन लाल और भाई रोहित को मारपीट कर लहुलुहान कर दिया. शोर शराबा सुनकर पड़ोसियों के दौड़ने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले. मारपीट में रोहित और मदनलाल के सिर में गंभीर चोटें आई थीं. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया था. जहां पर सभी का प्राथमिक उपचार करने के बाद छुट्टी दे दी गई थी.
यह भी पढ़ें : उन्नाव: युवती की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव