लखनऊ : जिले में डेंगू का कहर (Dengue havoc in Lucknow) बढ़ता जा रहा है. अब मोहनलालगंज के सिसेंडी गांव के रहने वाले युवक की डेंगू से जान चली गई. उसका पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा था. वहीं, मृतक के परिवार में पिता लालू, मां मीना, पत्नी रीतू और चचेरा भाई अतुल भी तेज बुखार से पीड़ित हैं. सभी का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
सिसेंडी गांव निवासी प्राइमरी टीचर लालू के मुताबिक, बेटे प्रमोद मिश्रा (34) को करीब दस दिन पहले तेज बुखार आया था. निजी अस्पताल से इलाज कराने पर राहत नहीं मिली. जांच में डेंगू एनएस-1 पॉजिटिव आया था. प्लेटलेट्स काउंट बहुत कम होने पर उसकी हालत बिगड़ने लगी. चार दिन पहले डॉक्टरों ने पीजीआई रेफर कर दिया था. यहां एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में वेंटिलेटर सपोर्ट पर इलाज शुरू कराया गया. मंगलवार देर रात मरीज ने दम तोड़ दिया, वहीं डीएमओ रितु श्रीवास्तव का कहना है कि 'अभी मरीज की बीएचटी नहीं मिली है. इसलिए डेंगू से मौत कहना जल्दबाजी होगी. मरीज पहले से ही अल्कोहलिक क्रोनिक था.'
सिसेंडी में कम नहीं हो रहा बुखार का प्रकोप :ग्रामीणों का कहना है कि 'सिसेंडी गांव में एक महीने से बुखार का कहर है. डेंगू लक्षण वाले बुखार से दर्जनों की तादात में लोग प्रभावित हैं. गांव के रहने वाले हरिशंकर, मोहित और नीरज की भी डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, सीएचसी मोहनलालगंज के अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि 'गांव में स्वास्थ्य टीम सक्रिय है. तीन दिन में 250 से अधिक बुखार पीड़ितों की जांच की जा चुकी है. सभी वायरल बुखार से ग्रसित हैं. गांव में वृहद स्तर पर साफ-सफाई कराने के साथ ही फॉगिंग और एंटी लार्वा का भी छिड़काव कराया जा रहा है. लोगों को मच्छर जनित बीमारी से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है.'
'डेंगू पीड़ित हर मरीज को मिले समय पर इलाज' :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में डेंगू की रोकथाम के लिए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 'हाल के दिनों में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी गई है. विगत कुछ दिनों में मुरादाबाद, कानपुर नगर, लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर में डेंगू का प्रकोप बढ़ा है. यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी हॉटस्पॉट की स्थिति न बनने पाए.'