लखनऊ: राजधानी लखनऊ में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. जहां पर बीच चौराहे पर बुरी तरह से घायल अवस्था में एक व्यक्ति पड़ा हुआ है. वहीं मुख्य सड़क होने के चलते दिन रात लाखों लोगों का आवागमन जारी है, लेकिन किसी की भी नजर घायल व्यक्ति पर नहीं पड़ी.
घायल पर नहीं पड़ी किसी की नजर. दरअसल, राजधानी के चौक थाना क्षेत्र स्थित टूरिया गंज चौराहे पर एक व्यक्ति (लगभग 35-40 वर्ष) गंभीर रूप से जख्मी है. जो बीच चौराहे पर पड़ा हुआ है. व्यक्ति के हाथों में पर गंभीर जख्म है. जिसके अंदर कीड़े पड़ चुके हैं. हैरान करने वाली बात तो यह है कि उस रास्ते से होकर अब तक लाखों लोग गुजर चुके हैं, जिनमें कई जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी शामिल होंगे, लेकिन किसी की भी नजर घायल पर नहीं पड़ी.
स्थानीय निवासी इमरान कुरैशी ने बताया कि इस व्यक्ति को पहले भी वह दो बार 112 पर कॉल करके अस्पताल में भर्ती करवा चुके हूैं. किंतु न जाने क्या ऐसा होता है कि इसको वहां इलाज नहीं मिल पाता है और यह वहां से चला आता है. अब बड़ा सवाल यह है कि यदि 112 के कर्मचारी एंबुलेंस के जरिए इसको अस्पताल में भर्ती करा कर आते हैं तो यह व्यक्ति बिना इलाज कराए बिना अस्पताल से कैसे भाग आता है. क्या अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था एकदम खत्म हो चुकी है? या कोई भी मरीज अस्पताल प्रशासन को सूचित किए बगैर वहां से आ सकता है.
घायल व्यक्ति का नहीं है सहारा
घायल व्यक्ति ने खुद को लखनऊ का निवासी बताया है. उसका कहना है कि उसके परिवार में भी कोई नहीं है. उसका एक भाई है जो उससे मतलब नहीं रखता है. घायल ने बताया कि वह एक बार जल गया था. तब डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद उसका हाथ सड़ गया.