लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों पर सत्ता का नशा इस कदर सवार है कि वह दिव्यांगों के हकों को भी रौंद रहे हैं. मामला उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह से जुड़ा है. यूपी सरकार में वे पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री हैं. मंत्री हाथ पैर से बिल्कुल फिट हैं. इसके बावजूद पैदल चलने के मामले में दिव्यांगों से भी पीछे रह गए.
दरअसल, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह को बुधवार को ट्रेन नंबर 13005 हावड़ा- अमृतसर पंजाब मेल से लखनऊ से बरेली जाना था. पंजाब मेल चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर आती है. बुधवार को बारिश हुई थी. लिहाजा, स्टेशन के आसपास बारिश का पानी भरा हुआ था. मंत्री जी के ट्रेन का कोच पीछेथा. ऐसे में स्टेशन तक कार आने के बाद मंत्री जी को पैदल चलने की जरा भी जहमत न उठानी पड़े, इसलिए जीआरपी ने विशेष व्यवस्था करा दी और दिव्यांग रैंप से मंत्री जी की कार को चढ़ाकर एस्केलेटर तक पहुंचाया गया. इस दौरान एस्केलेटर पर चढ़ने के लिए खड़े यात्री मंत्री की कार को रास्ता देने के लिए विविश दिखे. मंत्री जी की कार काफी देर तक यहीं खड़ी रही. जब मंत्री जी एस्केलेटर से प्लेटफार्म एक पर पहुंचकर ट्रेन में सवार हो गए तब कार हटाई गई.
यूपी के मंत्री का कारनामा.
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री की इस हरकत की चर्चा अब चारों ओर हो रही है. सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल भी किया जा रहा है. इस मामले में चारबाग रियल रेलवे स्टेशन के जीआरपी इंस्पेक्टर संजय खरवार कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. क्योंकि अब मामला तूल पकड़ चुका है. हालांकि उन्होंने अपनी सफाई में ये कहा कि मंत्री जी की ट्रेन का समय हो गया था. वह थोड़ा लेट हो गए थे, इसलिए एस्केलेटर तक कार पहुंचाई गई. जिससे उन्हें ट्रेन पकड़ने में आसानी हो सके.
यूपी के मंत्री का कारनामा.
मामला संज्ञान में आने के बाद गुरुवार को जब विवाद बढ़ा तो आरपीएफ ने अज्ञात चालक के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत 856/23 यू/एस 159 धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दे दिए. इसकी जांच उपनिरीक्षक को सौंपी गई है. मामले के तूल पकड़ने के बाद गुरुवार को रेलवे के अधिकारी हरकत में आए. उत्तर रेलवे के आरपीएफ कमांडेंट डॉ. श्रेयांश चिंचवाडे का कहना है कि अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
यूपी के मंत्री का कारनामा.
50 हजार के मुचलके पर पशुधन मंत्री के ड्राइवर को रेलवे कोर्ट से जमानत
चारबाग रेलवे स्टेशन के दिव्यांग रैम्प पर गाड़ी चढ़ने वाले उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह के ड्राइवर को रेलवे सुरक्षा बल ने शुक्रवार को रेलवे न्यायालय में पेश किया. यहां पर सुनवाई के बाद 50 हजार के मुचलके पर ड्राइवर को जमानत दे दी गई. रेलवे एक्ट की धारा के तहत मंत्री के चालक पर कार्रवाई की गई थी. मंत्री के ड्राइवर की यह हरकत काफी चर्चा में रही. सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से इस मामले पर नाराजगी जाहिर की गई थी.
बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह को ट्रेन पकड़ने के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचना था. वहां पहुंचने पर बारिश हो रही थी. इसी बीच उनके ड्राइवर ने रेल मेल सेवा आरएमएस के पास बने एस्केलेटर के सामने वाले रैम्प पर पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह की कार चढ़ाकर खड़ी कर दी. मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल आरपीएफ प्रशासन ने आरपीएफ एक्ट की धारा 159 में मामला दर्ज किया था. इस धारा के तहत अनाधिकृत रूप से रेलवे परिसर में कार को लाने-ले जाने का मामला बना. आरोपी ड्राइवर को शुक्रवार को उत्तर रेलवे न्यायालय में पेश किया गया, जहां सुनवाई के बाद चालक को 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी गई.
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