लखनऊः सीएम योगी की पहल पर कोरोना काल में युवाओं को निजी क्षेत्र में भी रोजगार दिलाने के लिए विभिन्न स्तर पर कार्य किया गया. इसी का परिणाम है कि प्रदेश सरकार के विशेष समन्वय से इस वित्त वर्ष में आवंटित लक्ष्य 61 हजार 759 करोड़ के सापेक्ष दिसंबर तक 61 हजार 977 करोड़ के लोन एमएसएमई (MSME) को दिए गए हैं. प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है कि योगी सरकार में एमएसएमई को अब तक का सबसे ज्यादा लोन दिया गया है. इससे लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर मिल चुके हैं. इसके अलावा सीएम योगी ने अगले वित्त वर्ष के बजट में स्वरोजगार योजना के लिए सौ करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं.
रोजगार देने में ग्रोथ इंजन साबित हो रहा एमएसएमई
एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एमएसएमई ग्रोथ इंजन साबित हो रहा है. प्रदेश में पिछले चार साल में 49 लाख एमएसएमई (MSME) ने निवेश किया है. उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने अगले वित्त वर्ष में एमएसएमई को 80 हजार करोड़ रुपये का लोन देने का लक्ष्य दिया है. इससे 20 लाख एमएसएमई को लाभ मिलेगा और करीब एक करोड़ युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे.
चार ऑनलाइन मेलों में दिए 30 हजार करोड़ के लोन