लखनऊ:दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर, आश्रय स्थलों और कम्युनिटी किचन की व्यवस्थाओं में संबंधित जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए सभी 75 जिलों में आईएएस और वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को भेजा जाएगा. सीएम योगी ने हर जिले में एक आईएएस अफसर और एक पीसीएस अफसर भेजने के निर्देश दिए हैं.
प्रेस वार्ता में दी गई जानकारी
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने सोमवार को यहां लोकभवन में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि ये सभी अधिकारी व्यवस्था में सहयोग करेंगे. इसके अलावा जिलों में एक सप्ताह के लिए तैनात किए गए नोडल अफसर पूर्व की भांति कार्य करते रहेंगे. इसके अलावा उन्होंने स्पष्ट किया कि दूसरे राज्यों से आने वाले श्रमिकों को खुद ही ट्रेन का किराया देना होगा.
श्रमिकों को एक हजार रुपये देने का निर्देश
अवनीश अवस्थी ने बताया कि आज पांच ट्रेनें आ रही हैं. कर्नाटक और केरल से भी ट्रेन आने की अनुमति दे दी गई है. बाकी बचे प्रदेशों को भी पत्र लिखा गया है. सीएम ने निर्देश दिया है कि क्वारंटाइन सेंटर और किचेन के प्रभारी नियुक्त किये जाएं. ताकि उनकी जिम्मेदारी निर्धारित की जा सके. साथ ही आने वाले श्रमिकों को एक हजार रुपये और राशन की किट भी दी जाए. हॉटस्पॉट में रहने वाले व्यक्ति को ड्यूटी पर न जाने का निर्देश दिए गए हैं.
अपर मुख्य सचिव गृह ने बताया कि आगरा, मेरठ, सहारनपुर, कानपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, लखनऊ जैसे जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी चलती रहेगी. सीएम से वे अधिकारी संवाद कायम रखेंगे. सभी जिलाधिकारी अपने जिलों में उद्योग चलाना सुनिश्चित करें. राजस्व वृद्धि के लिए वैकल्पिक स्त्रोत बन रहे हैं. श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
स्थानीय डीएम से संपर्क करें मजदूर
उन्होंने बताया कि राशन पोर्टबिलिटी की सुविधा शुरू हो गई है. गोवा और कर्नाटक में यूपी के लोगों को अपने राशन कार्ड पर राशन मिला है. ट्रेन से श्रमिकों को लाने के लिए गृह विभाग का नोडल विभाग है. वहां रह रहे श्रमिकों को उक्त राज्य के स्थानीय डीएम से संपर्क करना होगा.