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आगरा, मेरठ और कानपुर में कोरोना से निपटने के लिए पहुंचेगी विशेष टीम

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Published : May 10, 2020, 4:56 PM IST

उत्तर प्रदेश सरकार कोरोना वायरस को लेकर सतर्क है. बाहर से आने वाले सभी लोगों की विशेष मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं प्रदेश के आगरा, मेरठ और कानपुर जिलों में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए यहां विशेष टीम भेजे जाने का निर्देश दिया गया है.

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन का पालन सख्ती से कराने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि अंतर्राज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाए. विभिन्न राज्यों की सीमाओं से कोई भी व्यक्ति पैदल चलकर न आए. हर हाल में पलायन रोका जाए. आगरा, मेरठ और कानपुर में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए सीएम ने रणनीति बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. इन जिलों में अधिकारियों का एक विशेष दल भेजा जाएगा ताकि लॉकडाउन का अनुपालन कराने से लेकर संक्रमित मरीजों का इलाज और अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकें.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने और ऐसी परिस्थिति की मॉनिटरिंग के लिए आगरा, मेरठ और कानपुर में एक उच्चस्तरीय मेडिकल टीम भेजी जाए. इन जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा जाएगा. आगरा में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास आलोक कुमार और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को कैंप करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही पीजीआई से एक वरिष्ठ डॉक्टर और पुलिस अधिकारी भी भेज जाएंगे.

वहीं मेरठ में बिगड़ती स्थिति को संभालने के लिए प्रमुख सचिव सिंचाई टी वेंकटेश को भेजा जाएगा. टी वेंकटेश के साथ चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को कैंप करने के लिए कहा गया है. सीएम का निर्देश है कि सभी अस्पतालों में पीपीई किट और एन-95 मास्क, सैनिटाइजर समेत अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.

कम्युनिटी किचन में हो साफ-सफाई
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को यहां लोकभवन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में सीएम योगी ने सभी कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई कराने और सैनिटाइज कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि किचन के माध्यम से जरूरतमंदों को अच्छा भोजन पर्याप्त मात्रा में दिया जाए.

अवनीश अवस्थी ने बताया कि सभी प्रवासी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से किया जाए. अस्वस्थ होने की दशा में उनका इलाज कराया जाए. सभी स्वस्थ प्रवासी श्रमिकों, जरूरतमंदों को घर भेजते समय खाद्यान्न की किट एवं भरण-पोषण भत्ता जरूर उपलब्ध कराया जाए. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता को दोगुना करने के निर्देश दिए हैं. हर दिन करीब 10 हजार टेस्ट किए जाएं. इसमें चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पशुपालन विभाग समेत अन्य विभागों की टेस्टिंग लैब का उपयोग किया जाएगा. सभी जिलों में मौजूद वेंटीलेटर को एक्टिवेट करने के निर्देश दिए हैं.

प्रदेश में अब तक चिन्हित किए गए 467 कोरोना हॉटस्पॉट
अवनीश अवस्थी ने बताया कि धारा 188 के तहत लॉकडाउन के दौरान 41 हजार 258 एफआईआर की गई हैं. आगरा, कानपुर और मेरठ में सख्ती की जाएगी. करीब 17 करोड़ की वसूली की गई है. वाहनों की चेकिंग के दौरान 38 हजार वाहन सीज किए गए हैं. वहीं प्रदेश के 71 जिलों में 308 थाना क्षेत्रों में 467 हॉटस्पॉट हैं. सभी हॉटस्पॉट क्षेत्रों में 8 लाख 77 हजार मकान हैं. इन क्षेत्रों में 49 लाख लोग रहते हैं. तबलीगी जमात से जुड़े 2,931 लोग चिन्हित किए गए हैं. उनमें से 2,670 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था. 325 विदेशी तबलीगी जमात के लोगों पर भी कार्रवाई की गई.

प्रदेश में अब तक 1,884 कोरोना के एक्टिव केस
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस वक्त कोरोना के 1,884 एक्टिव केस हैं. अब तक कुल 1,504 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर भेजे जा चुके हैं. शनिवार को 4,861 टेस्ट हुए हैं. आइसोलेशन वार्ड में 1,953 लोग भर्ती हैं, जो विभिन्न चिकित्सालयों में हैं. फैसिलिटी क्वारंटाइन में 9,003 लोग रखे गए हैं. चिकित्सा शिक्षा की तरफ से एक सिस्टम तैयार किया गया है. यह मेंटर इंस्टिट्यूशन है. अगर किसी कोविड अस्पताल को इलाज में कोई समस्या आती है तो इनसे परामर्श ले सकेंगे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अस्पताल पीजीआई से परामर्श ले सकेंगे. वहीं मध्य क्षेत्र के अस्पताल केजीएमयू में बनाई गई टीम से परामर्श लेंगे. इसी प्रकार पूर्वांचल जिलों के कोविड अस्पताल प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज से संपर्क कर सकते हैं.

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