लखनऊ : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जारी बुकलेट पर तमाम सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोकतंत्र की सारी नैतिकता, मर्यादा और गरिमा को तार-तार कर दिया है. भाजपा सरकार सिर्फ झूठे प्रचार की इमारत पर टिकी है.
कोई चिंता नहीं, कोई डर नहीं, कोई शर्म नहीं. वह जो बोल रहे हैं होर्डिंग- बैनर, बुकलेट आदि जारी कर कह रहे हैं. यह सब सिर्फ झूठ का पुलिंदा भर है. आज 12 पन्ने की बुकलेट जारी कर फिर एक नया झूठ गढ़ा है.
साढ़े चार साल की विफलताओं का 'मुकुट' लगाकर घूम रही योगी सरकार कहा कि बुकलेट का नाम दिया गया है 'इरादे नेक काम अनेक'. सच्चाई यह है कि साढे़ चार साल की सरकार में प्रदेश के लोग यह भली-भांति समझ चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी और आदित्यनाथ सरकार का इरादा और काम सिर्फ एक ही है, प्रदेश के लोगों से झूठ बोलो और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दो. साथ ही झूठ बोलकर जनता को गुमराह करते रहो.
आरोप लगाया कि कोरोना महामारी के दौरान पूरा सिस्टम ब्रेक डाउन हो गया था. इसके चलते लाखों लोगों की जान असमय चली गयी. लोगों को ऑक्सीजन और बेड तक नहीं मिला. खुद भाजपा के मंत्रियों और सांसद-विधायकों के पत्र से यह जगजाहिर हैं. सरकार मौतों के आकंड़े छुपाती रही. महत्वपूर्ण समय में सरकार के कुप्रबंधन और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की नेतृत्व अक्षमता सामने आ गई.
यह भी पढ़ें :जेल कारापाल पर हमले का मामला: कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को पेश करने का दिया आदेश
उत्तर प्रदेश में मात्र 3.5 करोड़ लोगों को टीका लग पाया. आज लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही. उत्तर प्रदेश में अपराध की क्या हालत है प्रदेश जानता है. मुख्यमंत्री नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आकंड़े ही देख लेते. अनुसूचित जाति-जनजाति पर अपराध/अत्याचार में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर, महिलाओं के साथ बलात्कार/एसिड अटैक और हत्या जैसे मामलों लगातार बढ़ोतरी हो रही.
हाथरस की घटना हो या रायबरेली, ब्राह्मणों को जिंदा जलाने की घटना, उम्भा सोनभद्र की घटना यह सब प्रदेश की कानून व्यवस्था की गिरती साख के परिचायक हैं. प्रदेश का अन्नदाता परेशान है. किसान से 2017 के चुनाव के समय वादा किया कि पूरा कर्जा माफ करेंगे लेकिन उसके बाद फसली ऋण और न जाने क्या-क्या नियम शर्तें लगा दीं. कर्जमाफी इवेंट में सैकड़ों करोड़ फूंक दिए गए. कर्ज माफ हुआ एक रुपया, दो रुपया और आठ रुपया.
भाजपा सरकार गोवंश के संरक्षण के लिए प्रतिमाह 900 रुपये देने की बात करती है जो अपने आप में दुःखद है. क्या 900 रुपये में गोवंश को चारा संभव है. आज भी किसान रात में घर में नहीं सोता. खेतों की फसल बचाने के लिए मजबूरन खेत की मेढ़ पर सोने को मजबूर हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार कितना झूठ बोलेगी आप अंदाजा लगा सकते हैं.
5 साल में 70 लाख रोजगार देने की बात की थी. 100 दिन में प्रदेश के सभी रिक्त पदों की भर्ती निकालने की बात की थी लेकिन सबको पता है कि उत्तर प्रदेश सेवा अधीनस्थ चयन बोर्ड के चेयरमैन पद का पद दो साल खाली पड़ा रहा. बिजली को लेकर भी उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा.