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लखनऊ: चीनी मिलों में बिजली ब्रेक डाउन की समस्या पर योगी सरकार गंभीर - बिजली ब्रेक डाउन की समस्या को लेकर योगी सरकार गंभीर

उत्तर प्रदेश की सरकारी एवं निगम क्षेत्र के अंतर्गत संचालित होने वाली चीनी मिलों में बिजली से संबंधित समस्या को लेकर योगी सरकार गंभीर है. अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय भूसरेड्डी ने जारी शासनादेश में चीनी मिलों में होने वाले ब्रेकडाउन को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं.

चीनी मिलों में बिजली ब्रेक डाउन की समस्या को लेकर योगी सरकार गंभीर.
चीनी मिलों में बिजली ब्रेक डाउन की समस्या को लेकर योगी सरकार गंभीर.

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Published : Oct 13, 2020, 5:07 AM IST

लखनऊ:उत्तर प्रदेश की सरकारी एवं निगम क्षेत्र के अंतर्गत संचालित होने वाली चीनी मिलों में बिजली से संबंधित समस्या को लेकर योगी सरकार काफी चिंतित है. वहीं बिजली से होनेवाली घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार प्रयत्नशील है. वहीं, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने को लेकर चीनी उद्योग विभाग की तरफ से सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.

अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास संजय भूसरेड्डी ने जारी शासनादेश में चीनी मिलों में होने वाले ब्रेकडाउन को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं. जारी आदेश के अनुसार प्रदेश में संचालित सहकारी एवं निगम चीनी मिलों में मेन पैनल बोर्ड एवं डीबी पर उचित अर्थिंग न होने, आसपास नमी होने, पेस्ट कंट्रोल की व्यवस्था न होने और केबल ज्वाइंटिंग ठीक न होने के मामले को रोकने के निर्देश दिए हैं. ऐसी स्थिति में इनसे हर हाल में बचाव को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं.

अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग संजय भूसरेड्डी ने कहा है कि मिलों में अर्थिंग ठीक न होने के कारण विद्युत उपकरण जल जाते हैं और दुर्घटनाएं होने की भी संभावना बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि पेराई सत्र 2020-21 के सफल संचालन के लिए बिजली संबंधित ब्रेकडाउन को कम करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही अर्थिंग मेन पैनल, डीबी टर्मिनल कनेक्शन और मेंटेनेंस कार्य में उच्च और अच्छी क्वालिटी के उपकरणों का प्रयोग करने के निर्देश दिए गए हैं.

बेहतर होगा चीनी मिलों का संचालन
अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने कहा कि इन निर्देशों के अनुपालन से चीनी मिलों में टूट-फूट में कमी आएगी और मिलों की क्षमता बढ़ेगी. साथ ही उनके उपयोग में भी काफी बढ़ोतरी होगी. इससे गन्ने की अधिक से अधिक पेराई संभव हो सकेगी और विद्युत से संबंधित दुर्घटनाओं को भी रोका जा सकेगा.

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