लखनऊ: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए यूपीडा ने गोरखपुर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ जिले को 274.88 करोड़ रुपये की धनराशि भुगतान के लिए अवमुक्त कर दी है. यह धनराशि उन किसानों को दी जाएगी, जिनकी जमीन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहित की गई है. निर्देश है एक माह के भीतर सभी किसानों को भुगतान कर दिया जाए.
अपर मुख्य सचिव गृह एवं यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने बताया की गोरखपुर के लिए 70 करोड़, अंबेडकर नगर के लिए 152.88 करोड़ व आजमगढ़ जिले के लिए 52 करोड़ रुपये दिए गए हैं. सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए इन जिलों के किसानों से ली गई जमीन का भुगतान एक माह के भीतर कर दिया जाए, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में भी कोई व्यवधान उत्पन्न न हो.
उत्तर प्रदेश सरकार गोरखपुर क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से करा रही है. परियोजना को दो पैकेजों में विभक्त किया गया है.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए 274 करोड़ रुपये जारी, किसानों का होगा बकाया भुगतान - अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए यूपीडा ने 274.88 करोड़ रुपये की धनराशि भुगतान के लिए अवमुक्त कर दी है. यह धनराशि उन किसानों को दी जाएगी, जिनकी जमीन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहित की गई है.
पैकेज-एक का निर्माण कार्य इसी साल 10 फरवरी और पैकेज-दोका निर्माण कार्य 19 जून से प्रारंभ कर दिया गया है. 10 सितंबर तक 67.97 प्रतिशत क्लीयरिंग एवं ग्रबिंग और 13.22 प्रतिशत मिट्टी का कार्य पूरा किया जा चुका है.
91.352 किमी लंबा है एक्सप्रेस-वे
यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर में गोरखपुर बाईपास एनएच-27 जैतपुर गांव के पास से प्रारंभ होकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आजमगढ़ में समाप्त होगा. एक्सप्रेस-वे की लंबाई 91.352 किलोमीटर है. इस एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर और आजमगढ़ जिले लाभान्वित होंगे. यह एक्सप्रेस-वे चार लेन चौड़ा (छह लेन तक विस्तारणीय) तथा संरचनाएं छह लेन चौड़ाई की बनाई जाएंगी. इससे गोरखपुर क्षेत्र भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा.