लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कोविड-19 प्रबंधन को लेकर वरिष्ठ अफसरों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की. बैठक में सीएम ने निर्देश दिए कि रेमडेसिविर जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त व्यक्तियों के खिलाफ गैंगस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि रेमडेसिविर जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी बड़ा अपराध है. मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि रेमडेसिविर सहित किसी भी प्रकार की जीवनरक्षक दवाओं की कोई कमी नहीं है. सीएम ने कहा कि रेमडेसिविर के 20,000 से 30,000 बॉयल आज ही प्रदेश को प्राप्त हो जाएंगे. आने वाले तीन दिनों के भीतर रेमडेसिविर की और भी नई खेप प्राप्त हो रही है.
'ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाली इकाइयों से लें मदद'
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाली सभी औद्योगिक इकाइयों को चिन्हित कर उनसे संपर्क करें. इनमें एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम) इकाइयों की संख्या बहुतायत है. विशेष परिस्थितियों को छोड़कर सभी औद्योगिक इकाइयों के उत्पादित कुल ऑक्सीजन का इस्तेमाल मेडिकल संबंधी कार्यों में ही किया जाए. इन इकाइयों के समीप स्थित अस्पतालों से समन्वय बनाकर इन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाए.
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'स्थापित होंगे ऑक्सीजन प्लांट'
प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. डीआरडीओ की सहायता से अगले दो-तीन दिनों में 220 सिलेंडर की क्षमता वाला नया ऑक्सीजन प्लांट स्थापित कर क्रियाशील कर दिया जाएगा. प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर हर सप्ताह तीन-तीन नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे.
केंद्र सरकार से 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत सरकार से 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित हो गया है. इसके वितरण में पारदर्शिता रखी जाए. आवश्यकतानुसार सिलेंडरों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. इन कार्यों के लिए सरकार के पास धन का कोई अभाव नहीं है. इसके साथ ही अस्पतालों और ऑक्सीजन प्लांट्स में 24×7 बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति के संबंध में स्थापित कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहे.
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बलरामपुर हॉस्पिटल में 255 बेड्स का कोविड हॉस्पिटल तैयार
लखनऊ स्थित बलरामपुर हॉस्पिटल में 255 बेड्स की क्षमता वाला समर्पित कोविड हॉस्पिटल क्रियाशील हो चुका है. इसे बढ़ाकर 700 बेड तक किया करने के निर्देश दिए गए हैं. केजीएमयू और आरएमएल हॉस्पिटल को पूरी क्षमता के साथ कोविड समर्पित अस्पताल के रूप में संचालित करने का निर्देश दिया गया है. ये तीन चिकित्सा संस्थान सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. चिकित्सा शिक्षा मंत्री को इस व्यवस्था को तत्काल सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. लखनऊ स्थित एरा, हिन्द, डीएस मिश्रा, इंटीग्रल और मेयो मेडिकल कॉलेज को पूरी क्षमता के साथ कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्रियाशील रखा जाए. इन कोविड हॉस्पिटलों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जाए.
'मेडिकल कॉलेज में खुद का हो ऑक्सीजन प्लांट'
सीएम ने कहा कि प्रदेश में किसी भी मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिए जाने से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाए कि संबंधित मेडिकल कॉलेज में स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट जरूर हो. मेडिकल एजुकेशन विभाग द्वारा इस व्यवस्था को तत्काल प्रभावी बनाया जाए. वर्तमान स्थिति में न्यूनतम 100 बेड वाले सभी अस्पतालों में स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएं. इस संबंध में विधायक निधि का सहयोग लिया जा सकता है.
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जान बचाना प्राथमिकता
इस दौरान जोर देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी प्राथमिकता एक-एक व्यक्ति की जान बचाना है. इसलिए सभी कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन एवं आवश्यक दवाओं की उपलब्धता के साथ ही होम आइसोलेशन में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मेडिकल किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. 108 एम्बुलेंस की आधी संख्या केवल कोविड के लिए डेडिकेटेड किया जाए. एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम कम से कम हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएं. स्वास्थ्य मंत्री यह व्यवस्था सुनिश्चित करें.
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'लाख से अधिक कोविड टेस्ट, इसे और बढ़ाएं'
आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में हर दिन सवा दो लाख से अधिक कोविड टेस्ट हो रहे हैं. इसे और विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है. कोविड से लड़ाई में टेस्टिंग अत्यंत महत्वपूर्ण हथियार है. अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों व लोगों के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.
महानगरों में बेड्स की क्षमता बढ़ाने पर जोर
सीएम आदित्यनाथ ने लखनऊ, वाराणसी, कानपुर और प्रयागराज जैसे अति कोरोना प्रभावित जिलों में कोविड मरीजों के लिए बेड्स की संख्या मौजूदा स्थिति से दोगुनी करने के लिए निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोविड टेस्टिंग के लिए नवीन प्रयोगशालाओं की स्थापना अथवा टेस्टिंग क्षमता के विस्तार के लिए इच्छुक संस्थाओं को शासन स्तर से पूरा सहयोग प्रदान किया जाए.