लखनऊ:योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भारतीय जनता पार्टी में खासी उत्सुकता देखने को मिल रही थी. पूरब से पश्चिम तक सभी जिलों से भाजपा के नेता और विधायक लखनऊ फोन कर यह जानने की कोशिश में जुटे थे कि मंत्रिमंडल विस्तार में किन किन लोगों को मौका मिल रहा है. वहीं देर शाम मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा तेज थी. उसी दौरान सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि मंत्रिमंडल विस्तार जैसा कोई भी आयोजन नहीं किया जा रहा है.
ढाई साल बाद होना है मंत्रिमंडल का विस्तार
- योगी सरकार के लगभग ढाई साल कार्यकाल के बाद सोमवार को पहला मंत्रिमंडल विस्तार करने की बात सामने आई थी.
- मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट कई दिनों से चल रही थी.
- सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि मंत्रिमंडल विस्तार जैसा कोई भी आयोजन नहीं किया जा रहा है.
मंत्रिमंडल विस्तार टाले जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी से जानकारी मिल रही है कि केंद्र सरकार के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का स्वास्थ्य काफी खराब है. दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में कई दिनों से भर्ती हैं, उनकी गंभीर हालत को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार का आयोजन न करने का फैसला किया गया है. अब इस बारे में कोई फैसला कुछ दिनों बाद ही किया जाएगा, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पार्टी अंतिम निर्णय ले चुकी है. बहुत संभव है कि मंगलवार या बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार बुला लिया जाए.