लखनऊः योगी आदित्यनाथ सरकार ने रविवार देर शाम मंत्रिमंडल विस्तार किया. राजभवन में शाम 6 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी नए मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. एक तरफ जहां कांग्रेस का दामन छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला. वहीं बाकी 6 को राज्यमंंत्री बनाया गया.
भारतीय संस्कृति में पितृपक्ष के दिनों में कोई भी शुभ कार्य किया जाना वर्जित माना जाता है. वहीं रविवार के दिन ग्रहों की गणना पर भी कुयोग बन रहा था. ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार कर योगी सरकार ने अपने जो राजनैतिक हितों को साधने की कोशिश की है, उसका जवाब तो 2022 में ही मिलेगा. अब हम मंत्रिमंडल के नये सहयोगियों और उनकी राजनीतिक स्थिति के बारे में जान लेते हैं.
जितिन प्रसाद
योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले जितिन प्रसाद हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं. माना जा रहा है कि जितिन प्रसाद को यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में ब्राह्मण वोटरों को अपने पक्ष में लाने के लिए भाजपा ने यह दांव चला है.
छत्रपाल सिंह गंगवार
राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले छत्रपाल सिंह गंगवार कुर्मी समाज के कद्दावर नेता हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि छत्रपाल सिंह को योगी मंत्रिमंडल में शामिल करके आगामी विधानसभा में कुर्मी वोटरों को साधने का प्रयास किया जा रहा है. बता दें कि छत्रपाल आरएसएस की पृष्ठभूमि से आते हैं.
पलटू राम
बलरामपुर के सदर विधायक पलटू राम योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री बनाए गए हैं. छात्र राजनीति के जरिए राजनीतिक ककहरा सीखने वाले पलटू राम को दलित समाज के नेता के रूप में पहचान रखते हैं. पलटू राम राजनीति के अलावा खेती भी करते हैं.