लखनऊ: योगी आदित्यनाथ सरकार खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए टॉय पॉलिसी (खिलौना नीति) लाने की तैयारी कर रही है. एमएसएमई विभाग खिलौना नीति बना रही है. इस पॉलिसी को जल्द ही कैबिनेट में लाया जा सकता है. यह पॉलिसी खिलौना निर्माता व्यापारियों की मांग पर सरकार ला रही है. दिल्ली के खिलौना निर्माताओं ने योगी सरकार से उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है.
योगी सरकार ने पहले ही झांसी के खिलौना उद्योग को अपनी महत्वाकांक्षी योजना ओडीओपी में शामिल कर चुकी है. इसी क्रम में एमएसएमई विभाग इसकी डीएसआर (डायग्नोस्टिक स्टडी रिपोर्ट) भी बना चुका है. अब विभाग संबंधित क्षेत्र के व्यवसायियों की सलाह से नई खिलौना नीति लाने जा रही है. नीति बनकर तैयार है, इसे उद्यमियों को भेजा जाएगा. उनकी मांग के अनुसार जरूरी संशोधन किया जाएगा. फिर सरकार इसे कैबिनेट में लाएगी. सरकार की मंशा टॉय पार्क या टॉय सिटी बनाने की भी है. यह पार्क झांसी में हो सकता है. नोएडा में यमुना एक्सप्रेस-वे के आसपास पार्क बनाने पर भी विचार किया जा रहा है.
यूपी में 10 हजार करोड़ का उद्योग
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, झांसी, चित्रकूट, आजमगढ़ जैसे कई शहरों में खिलौने का निर्माण किया जा रहा है. प्रदेश में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का उद्योग है. ऑर्गनाइज सेक्टर में 3500 से 4500 करोड़ रुपये का, बाकी का सारा उद्योग अनऑर्गनाइज सेक्टर में है. खिलौना उद्योग को अब पंख लगने वाले हैं. सरकार ने इस उद्योग को बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है.