लखनऊः वाहन-4 पोर्टल पर व्यवसायिक वाहनों का डेटा फीड होने में गड़बड़ी (Wrong data entry of commercial vehicles in Lucknow) के मामले सामने आ रहे हैं. पोर्टल पर वाहन की श्रेणी से लेकर चेसिस और इंजन नम्बर तक गलत दर्ज हो रहा है. लिहाजा परमिट के लिए आवेदन करने वाले वाहन मालिक को परमिट मिलना तो दूर, आवेदन ही निरस्त हो जा रहा है. इसको लेकर अमरोहा जिला सड़क सुरक्षा समिति के एक सदस्य ने परिवहन आयुक्त से मदद की गुहार लगाई है.
लखनऊ में व्यवसायिक वाहनों के डेटा एंट्री में गड़बड़ी, वाहन मालिक परेशान
लखनऊ में व्यवसायिक वाहनों के डेटा एंट्री में गड़बड़ी (Wrong data entry of commercial vehicles in Lucknow) के मामले समाने आ रहे हैं. इसको लेकर वाहन मालिक परेशान हैं.
परिवहन विभाग के जानकारों के मुताबिक वाहन-4 पोर्टल पर अगर वाहन की श्रेणी मैक्सी कैब है, तो उसकी जगह पर मोटर कैब फीड हो रहा है. साथ ही वाहन का चेसिस नंबर और इंजन नम्बर की फीडिंग में गलती है. डेटा ही गलत फीड होने के कारण परमिट के लिए किए जाने वाला आवेदन ही राज्य परिवहन प्राधिकरण निरस्त कर दे रहा है. लिहाजा वाहन मालिक जिला आरटीओ कार्यालय से लेकर परिवहन मुख्यालय तक चक्कर काट रहा है.
इस प्रकरण को उजागर करने वाले अमरोहा के जिला सड़क सुरक्षा समिति के अनिल कुमार जग्गा ने परिवहन आयुक्त से मांग की है कि पोर्टल की इस खामी को जल्द से जल्द दूर कराया जाए, ताकि वाहन मालिक को डेटा सुधार के लिए जिला कार्यालय से लेकर मुख्यालय तक चक्कर न लगाने पड़ें. गौरतलब है कि वर्ष 2013 में प्रदेश भर के आरटीओ में रजिस्टर वाहनों के ब्यौरा वाहन-4 पोर्टल पर ऑनलाइन फीड किया गया. इस काम के लिए निजी कंपनी के कर्मचारियों को लगाया गया था. इन्होंने फाइलों पर लिखे ब्यौरे की फीडिंग गलत कर दी.
मुख्यालय से ही ठीक होता है डेटा: ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज गलतियों में संशोधन कराने के लिए वाहन स्वामी सबसे पहले पंजीयन अधिकारी के यहां आवेदन करना होता है. इसके बाद कार्यालय के वाहन पंजीयन रिकार्ड से उसका मिलान किया जाता है. इसके बाद डेटा बदलने के संबंध में अंतिम अप्रूवल अपर परिवहन आयुक्त आईटी मुख्यालय के यहां भेजा जाता है. इस के लिए वाहन मालिक को जिला कार्यालय व मुख्यालय कई बार चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ता है.