लखनऊ : गुजरात में कांग्रेस के सबसे मजबूत युवा नेता हार्दिक पटेल के पार्टी छोड़ने की घोषणा से हलचल मच गई है. तीन पीढ़ियों से कांग्रेस से जुड़े रहे पंजाब के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस (Congress) के चिंतन शिविर और भारत जोड़ों के नारे के बाद ताबड़तोड़ इस्तीफों ने एक बार फिर पार्टी के भविष्य को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं.
उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस पार्टी के कई कद्दावर नेताओं की ऐसी पूरी लिस्ट है जिन्होंने पार्टी की नीतियों के चलते हाथ का साथ ही छोड़ दिया. खास बात यह है कि कांग्रेस के इन बगावती चेहरों को भारतीय जनता पार्टी और दूसरे राजनीतिक दलों ने हाथों हाथ लिया. हालत यह है कि पिछली विधानसभा में पार्टी के 7 विधायकों में से 5 ने चुनाव से पहले ही हाथ का साथ छोड़ दिया था.
1. आरपीएन सिंह (RPN Singh) :इन्हें राहुल की कोर टीम का सदस्य माना जाता था. इनके पिता सीपीएन सिंह इंदिरा गांधी की सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. कांग्रेस ने इन्हें झारखंड राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी दी और इस चुनाव में पार्टी में शानदार प्रदर्शन किया था.
3. अदिति सिंह:अखिलेश सिंह रायबरेली विधायक रहे. 2019 में उनका निधन हो गया. उनकी बेटी अदिति सिंह हमेशा कांग्रेस विरोधी बयानों को लेकर चर्चा में रहीं. 2022 चुनाव से पहले उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया.
इमरान मसूद : पद छोड़ते वक्त यह उत्तर प्रदेश के प्रदेश उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय सचिव थे.
सुप्रिया एरोन : बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया ने कांग्रेस का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी का साथ लिया.
हैदर अली : रामपुर के इस युवा नेता ने कांग्रेस का साथ छोड़ अपना दल में शामिल होने का फैसला लिया था.
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