लखनऊ:राजधानी में निदेशक महिला कल्याण विभाग मनोज राय ने समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने प्रदेश के समस्त उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी व जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ महामारी के कारण विषम परिस्थितियों से जूझ रहे बच्चों की सहायता के लिए उठाए गए कदम पर चर्चा की. निदेशक ने समस्त जनपद के जिला प्रोबेशन अधिकारी के साथ बच्चों की सूचना एकत्रित करने के लिए जनपद स्तर पर बनाई गई कार्य योजनाओं की भी चर्चा की. बैठक में निदेशक ने कहा कि जिनके माता, पिता या माता-पिता दोनों का देहांत कोविड-19 के कारण हुआ है. ऐसे बच्चों को जल्द से जल्द स्पॉन्सरशिप योजना में जोड़ा जाए.
जल्द निदेशालय भेजा जाए प्रस्ताव
इस दौरान निदेशक ने यह भी संदेश दिया कि ऐसे मामलों का प्रस्ताव जहां परिवार में दो से अधिक बच्चे हैं और सभी को स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ने की जरूरत है. ऐसे मामलों का विस्तृत प्रस्ताव निदेशालय भेजा जाए और उनकी मदद की जाए. इस दौरान उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि किसी भी बच्चे का मामला संज्ञान में आने के बाद उस बच्चे की देखरेख के लिए सर्वप्रथम उस बालक- बालिका को पारिवारिक देखभाल में स्थापित करने की कोशिश की जानी चाहिए. साथ ही किसी भी बालक बालिका को बाल गृह में भेजना अंतिम उपाय होना चाहिए. निदेशक ने यह भी बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर की मृत्यु अगर कार्य अवधि में कोविड-19 कारण होती है तो निदेशालय को ससमय सूचित किया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा यह सत्यापित हो कि उक्त व्यक्ति की मृत्यु महामारी के कारण हुई है. जिससे शासनादेश के अनुसार उसकी मदद की जा सके.