लखनऊ : बैंक अधिकारी बनकर (as a bank officer) क्रेडिट कार्ड का पिन जनरेट करने का झांसा (PIN generation trick) देकर युवक के खाते से 1 लाख 1 हजार 750 रुपये निकालने का मामला सामने आया है. हैरानी की बात है कि युवक के पास महज चार दिन पहले ही नया क्रेडिट आया था. पुलिस ने एफआईआर दर्ज के बाद ठगी के मामले की सूचना साइबर सेल को दे दी है. शिकायत के आधार पर साइबर सेल शातिर के मोबाइल नंबर के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गई है.
पुलिस ने बताया (the police told) कि पंकज यादव जुग्गौर थाना बीबीडी लखनऊ (Thana BBD Lucknow) के रहने वाले हैं. उन्होंने शिकायत दर्ज कराई कि उनका बैंक में अकाउंट है. जिसके लिए उन्होंने क्रेडिट कार्ड अप्लाई किया था.कार्ड के द्वारा पैसे के लेनदेन के लिए कार्ड शुरू करने के लिए पिन नंबर जरूरी होता है. गूगल के माध्यम से एक हेल्पलाइन नम्बर निकालकर पिन जनरेट जानकारी लेनी चाही तो अज्ञात व्यक्ति द्वारा खुद को बैंक का अधिकारी बताया गया जिस पर उसे पूर्ण रूप से विश्वास कर लिया. फिर अज्ञात व्यक्ति ने जैसा कहा उसने उसी तरह किया. जिसके बाद उस अज्ञात नंबर द्वारा 1 लाख 1 हजार 750 रुपये निकाल लिए गए. कुछ समय बाद मोबाइल पर मैसेज आने पर उसे जानकारी हुई. यह घटना 30 नवंबर 2022 के दिन हुई थी. इसके बाद 1 दिसंबर 2022 को साइबर क्राइम सेल अपराध में रिपोर्ट दर्ज कराई गई. जिसमें अभी तक पीड़ित के पैसा वापस नहीं हो सका है. इस संबंध में मंगलवार को बीबीडी थाने पर तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई गई. इसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की टीम को सूचना दी. शिकायत के आधार पर साइबर सेल शातिर के मोबाइल नंबर के आधार पर छानबीन में जुट गई है.
डीसीपी पूर्वी हृदयेश कुमार (DCP East Hridayesh Kumar) ने बताया कि क्रेडिट कार्ड में पिन जनरेट करने को लेकर गूगल पर कस्टमर केयर नंबर द्वारा एक युवक से जालसाजों ने लाखों की ठगी कर ली थी. शिकायत पर मंगलवार शाम मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की टीम को लगा दिया गया है.
क्रेडिट कार्ड का पिन जनरेट करने का झांसा देकर खाते से एक लाख रुपये निकाले, एफआईआर दर्ज
बैंक अधिकारी बनकर क्रेडिट कार्ड का पिन जनरेट करने का झांसा देकर युवक के खाते से 1 लाख 1 हजार 750 रुपये निकालने का मामला सामने आया है. शिकायत के आधार पर साइबर सेल शातिर के मोबाइल नंबर के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गई है.
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