लखनऊ : भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान ने भारत को सौंप दिया है. विंग कमांडर अभिनंदन भारत पहुंच चुके हैं. देश भर में अपने वीर सपूत के वापसी का जश्न मनाया जा रहा है. अभिनंदन ने ही पाकिस्तान के F16 फाइटर विमान को मार गिराया था.
स्वागत है..अभिनंदन है...मां भारती के चरणों में अभिनंदन है...अपने देश के वीर सपूत के स्वागत में वाघा बॉर्डर पर लोगों की भीड़ उमड़ी थी. हर किसी के हाथ में तिरंगा झंडा और लबों पर भारत माता की जय के नारे थे. जिस पल का हर देशवासी को इंतजार था वो 1 मार्च को पूरा हुआ. चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच पाकिस्तान ने अभिनंदन को भारत को सौंप दिया. लेकिन यह सब इतना आसान भी नहीं था.
स्वागत है... अभिनंदन का वंदन है... देखिए विशेष रिपोर्ट इसकी शुरूआत 27 फरवरी से हुई थी. 27 फरवरी को मां भारती का ये शेर पाकिस्तान की सीमा में घुस गया था...दरअसल 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया था...इससे बौखलाए पाकिस्तान की वायुसेना ने 27 फरवरी को भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया. भारत के मुताबिक उसकी मंशा भारतीय सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाने की थी. लेकिन पाकिस्तान की हरकत के कुछ ही देर बाद भारतीय एयरफोर्स ने मोर्चा संभाल लिया. लिहाजा पाकिस्तानी वायुसेना के जेट को दुम दबाकर भागना पड़ा और उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो सके. अभिनंदन मां भारती के उन्हीं वीर सपूत में से एक हैं.
अभिनंदन ने मिग 21 से पाकिस्तान के एफ16 विमान को निशाना बनाते हुए उसे मार गिराया. लेकिन इस दौरान मिग 21 भी क्रैश होकर पाकिस्तानी इलाके में गिरा. पैराशूट से उतरे अभिनंदन ने जैसे ही जमीन छुआ, उनका पहला सवाल था कि क्या वो पाकिस्तान में हैं. खतरे का इल्म होते ही उन्होंने सबसे पहले अपने पास मौजूद अहम दस्तावेजों को नष्ट करने की कोशिश की, ताकि दुश्मनों को इस बारे में जानकारी नहीं मिल सके. इस बीच अभिनंदन को पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन खौफ का कोई निशान मां भारती के इस लाल की आंखों में दिखाई नहीं दिया. पूरे भारत में अभिनंदन को वापस लाने की मांग होने लगी. सीमा पर तनाव पहले से ज्यादा बढ़ गया.
जेनेवा संधि के नियम और अंतरराष्ट्रीय दबाव को देखते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अभिनंदन को भारत को सौंपने का ऐलान किया. सारी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद अभिनंदन एक बार फिर मां भारती की गोद में पहुंच गये. सारे भारत से बस एक ही आवाज़ सुनाई पड़ रही है...स्वागत है, अभिनंदन है.