लखनऊ: लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक महिला को धर्मपरिवर्तन की बात न मानने पर पहले उसे कमरे में बंद किया गया फिर आग लगा दी गई. दरअसल, महिला का आरोप है कि एक युवक ने धर्म छिपा कर महिला को पहले अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगा. महिला के विरोध पर उसे एक कमरे में बंद कर आग के हवाले कर दिया. बमुश्किल महिला और उसके बच्चे वहां से बच कर निकल सके. महिला ने ठाकुरगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
पीड़ित महिला का आरोप है कि 13 फरवरी 2009 को महिला ने आर्य समाज मंदिर में राजीव नाम के युवक से प्रेम विवाह किया था. आरोप है कि शादी के बाद महिला को पता चला कि उसके पति का असली नाम मोहम्मद अफजल सिद्दीकी है. अफजल ने खुद को अनाथ बताकर महिला को झांसे में लिया था और नाम छिपाकर शादी कर कर ली थी. महिला ने कई बार मामले की शिकायत पुलिस से की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
बुधवार रात करीब आठ बजे अफजल ने महिला और उसके दोनों बच्चों को घर में बंद कर दिया और आग लगा दी. महिला ने फोन कर डायल 112 पर मामले की सूचना दी. इसके बाद फायर ब्रिगेड और आसपास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया और महिला व उसके दोनों बच्चों को सकुशल बाहर निकाला जा सका.
महिला का आरोप है कि अफजल लगातार उसको धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा था. साथ ही महिला को सात लोगों से शारीरिक संबंध बनाने को कह रहा था. आरोपित का कहना था कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद ही उसका धर्म परिवर्तन होगा. यही नहीं, अफजल दोनों बच्चों का जबरन खतना करने के लिए पीड़िता पर दबाव बना रहा था.
दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने अफजल, उसके माता-पिता और अन्य मौलानाओं के खिलाफ जानलेवा हमला और यूपी विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश के तहत एफआइआर दर्ज की है.
आरोपी गिरफ्तार
इस संगीन और सनसनीखेज वारदात को पुलिस ने तुरंत संज्ञान लिया और एक्टिव होकर आरोपी अफजल सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अफजल को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया है. जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.