लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1 अप्रैल से एमएसपी पर किसानों से इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज (ई-पॉप) मशीनों के माध्यम से गेहूं खरीद किए जाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न क्रय एजेन्सियों द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में 6 हजार गेहूं क्रय केन्द्र खोले जाने प्रस्तावित हैं. किसानों से सीधे राज्य सरकार की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए सरकारी खरीद केन्द्रों पर ‘ई-पॉप’ मशीन के माध्यम से गेहूं खरीद की व्यवस्था निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार की जाए.
मशीन संचालन के लिए प्रशिक्षण दिया जाए जाए
सीएम ने ‘ई-पॉप’ मशीनों के प्रयोग और खरीद प्रक्रिया के सम्बन्ध में आवश्यक प्रशिक्षण की भी व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के सामने शनिवार को उनके सरकारी आवास पर न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना के तहत बायोमीट्रिक सत्यापन द्वारा गेहूं/धान खरीद के लिए ‘ई-पॉप’ मशीन की कार्यप्रणाली और व्यवस्था के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण किया गया.
ई-पॉप से बढ़ेगी पारदर्शिता
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में सम्पूर्ण प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल (ई-पॉस) के माध्यम से लाभार्थियों को खाद्यान्न का वितरण सफलतापूर्वक किया जा रहा है. इसी प्रकार, इलेक्ट्रॉनिक प्वाइण्ट ऑफ परचेज ‘ई-पॉप’ मशीन के माध्यम से आगामी खरीद वर्ष से गेहूं, धान खरीद किए जाने की व्यवस्था की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ई-पॉप’ मशीन से खरीद की व्यवस्था इस प्रकार बनायी जाए कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. गेहूं क्रय केन्द्रों पर ‘ई-पॉप’ मशीन के माध्यम से खरीद प्रक्रिया लागू होने से वास्तविक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना का सीधा लाभ मिलेगा. यह पारदर्शी और उत्तरदायी व्यवस्था होगी, रियल टाइम डाटा कैप्चर किया जा सकेगा. साथ ही बिचौलियों और अनधिकृत व्यक्तियों की भूमिका पर अंकुश लगेगा.
ई-पॉप मशीन से रसीद निकलेगी
प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना ने मुख्यमंत्री को बताया कि ‘ई-पॉप’ मशीन के माध्यम से आगामी एक अप्रैल से खरीद प्रस्तावित है. गेहूं और धान के विक्रय के समय किसान अथवा उसके द्वारा नामित परिवार के सदस्य का बायोमीट्रिक सत्यापन किया जाएगा. ‘ई-पॉप’ मशीन द्वारा खरीद की प्रिंटेड रसीद जारी होगी. यह रसीद कृषक को मिलेगी.