लखनऊ:राजधानी के मलिहाबाद तहसील में सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद के काम में थोड़ी तेजी आयी है. लॉकडाउन के नियमों में थोड़ा ढील दिए जाने के बाद किसान अब क्रय केंंद्रों पर अपना गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं. जिसके बाद गेहूं खरीद के काम में तेजी आयी है.
लॉकडाउन के दौरान किसानों की परेशानी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद का काम शुरू करने का आदेश दिया था. जिसके बाद क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद का काम भी शुरू हो गया. लेकिन लॉकडाउन में सख्ती के कारण कई किसान क्रय केंद्र तक अपना गेहूं लेकर नहीं पहुंच पा रहे थे. जिसकी वजह से मलिहाबाद के गेहूं क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा हुआ था.
हर साल मई महीने के प्रथम सप्ताह तक निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप एक तिहाई खरीदारी गेहूं क्रय सेंटर पर हो जाती थी. लेकिन लॉक डाउन के कारण ज्यादातर किसान शुरुआती दौर में अपने घरों से बाहर नहीं निकले. वहीं लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में कृषि कार्यों पर भी पूरी तरह से रोक थी. लेकिन खेतों में तैयार खड़ी फसल को ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसानों को कृषि कार्य करने की छूट दी और गेहूं क्रय केंद्र पर भी गेहूं खरीद का कार्य शुरू कर दिया गया.
लॉकडाउन-3 में थोड़ी और ढील मिलने के बाद अब क्रय केंद्रों पर किसानों का आना बढ़ गया है. जिससे गेहूं खरीद के काम में तेजी आ गयी है. पीसीएफ गोदाम मलिहाबाद में अभी तक ढाई सौ कुंतल गेहूं की खरीदारी हो सकी है वहीं खाद्य एवं विपणन विभाग के सेंटर पर मात्र 61 कुंटल ही गेहूं की खरीदारी हुई है जबकि क्रय केंद्र खुले हुए लगभग 3 सप्ताह हो रहे हैं इतने समय में प्रत्येक वर्ष निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप एक तिहाई खरीदारी सुनिश्चित हो जाती थी.
सरकार द्वारा मलिहाबाद तहसील क्षेत्र में बनाई गई आधा दर्जन गेहूं क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ था लेकिन सरकार द्वारा कृषि कार्य के लिए दी गई छूट के कारण गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों के पहुंचने का दौर शुरू हो गया है. जिससे क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद के काम में तेजी आ गयी है.