लखनऊ: इन दिनों किसान आलू की खेती बढ़-चढ़कर कर रहे हैं. राजधानी में इस बार पिछले साल की अपेक्षा काफी हद तक आलू का उत्पादन हुआ है. वहीं आलू की फसल को लेकर किसानों को सजग भी रहना होगा, ताकि चूहे आलू को बर्बाद न कर सकें.
फरवरी से मार्च के बीच आलू की फसल होती है तैयार
उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में किसानों द्वारा रवि की फसल की तैयारी शुरू कर दी गई है. आलू की बुवाई भी अक्टूबर माह से शुरू हो जाती है और उसके बाद आलू में सिंचाई गुड़ाई निराई की जाती है, समय समय पर खाद डाला जाता है. उसके बाद फरवरी से मार्च के बीच आलू पूरी तरह से तैयार हो जाता है. वहीं इस दौरान किसानों को कई उतार-चढ़ाव से गुजारना पड़ता है. एक तरफ आलू की खुदाई के दौरान खेत में चूहे भी लगने लगते हैं, जिससे फसल बर्बाद होने की ज्यादा आशंका रहती है. इसको लेकर किसानों को ध्यान रखना होता है, जिससे फसल में चूहे न लगें और उत्पादन अधिक हो सके.