लखनऊ:बारिश की एक-एक बूंद को सहेजने को लेकर राज्य सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है. मास्टर प्लान में बदलाव को लेकर आवास विकास विभाग की तरफ से शासनादेश भी जारी हुआ है. बावजूद इसके राजधानी में ही शासन सत्ता के सामने तमाम निजी भवन व अपार्टमेंट्स में जल संरक्षण की योजना दम तोड़ रही है.
जानकारी देते स्थानीय निवासी. अपार्टमेंट में बेकार पड़े हैं रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
लखनऊ विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद के स्तर पर बनाए जाने वाले अपार्टमेंट्स में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के सिस्टम तो लगाए गए हैं. लेकिन यह अब पूरी तरह से बेकार नजर आ रहे हैं. बारिश के जल को संरक्षित करने के लिए बनाए गए टैंक अब सूख रहे हैं.
बारिश के जल को सीवर से बहाया जा रहा है
कई जगहों पर बारिश के जल को सीवर लाइन के माध्यम से नालों से बहाया जा रहा है. ऐसी स्थिति में जल संरक्षण का उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है. यह हाल तब है जब लखनऊ विकास प्राधिकरण नगर निगम या आवास विकास के स्तर पर इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है. तमाम जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम तो बने हुए हैं, लेकिन वह बेकार हो चुके हैं. टैंक को पाइप लाइनों से नहीं जोड़ा गया है और बारिश का जल सीवर से जा रहा है.
ईटीवी की पड़ताल में बेकार मिले वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
ईटीवी भारत ने लखनऊ के कई अपार्टमेंट की पड़ताल की. जहां पर यह बात सामने आई की रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के अंतर्गत टैंक बनाए गए हैं. लेकिन इन टैंकों को पाइपों से नहीं जोड़ा गया है और यह सब बेकार हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में बारिश का जल सीवर लाइन के माध्यम से बहाया जा रहा है, जो वर्षा जल संरक्षित करने की योजना को धता बता रहा है. ईटीवी भारत ने गोमती नगर विस्तार के कल्पतरू अपार्टमेंट ग्रीनवुड अपार्टमेंट सतलुज अपार्टमेंट सिकंदर बाग के आसपास बने कई अपार्टमेंट का जायजा लिया तो काफी भयावह नजर आई.
ये कहना है स्थानीय निवासियों का
गोमती नगर विस्तार के कल्पतरू अपार्टमेंट के रहने वाले राम कुमार कहते हैं कि एलडीए की लापरवाही से वर्षा जल संरक्षण करने की योजना इस अपार्टमेंट में दम तोड़ रही है. यहां पर वर्षा जल संरक्षण को लेकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया था. टैंक भी बनाया गया है लेकिन इसको पाइप लाइनों से नहीं जोड़ा गया है और बारिश का जो पानी है वह सीवर लाइन के माध्यम से बहता है. ऐसी स्थिति में वर्षा जल संरक्षण की योजना पूरी तरह से दम तोड़ रही है.
लखनऊ जन कल्याण समिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि राजधानी के जितने भी अपार्टमेंट है. उनमें ज्यादातर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा हुआ है. बावजूद इसके कहीं पर पाइपलाइन से नहीं जोड़ा गया है तो कहीं पर बनाए गए टैंक बेकार हो चुके हैं और पानी धरातल तक नहीं पहुंच पा रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण इसके लिए जिम्मेदार है. इसके लिए सरकार से मांग है कि जिस प्रकार से जल संकट लगातार बढ़ रहा है उसको देखते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को ठीक करते हुए जल संरक्षण को बेहतर किया जाए.
सर्वे कराकर ठीक कराए जाएंगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम: सचिव
राजधानी के अपार्टमेंट में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बेकार होने के सवाल पर लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन गंगवार ने फोन पर कहा कि जल्द ही एक सर्वे कराकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को ठीक कराया जाएगा. जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप बारिश के जल को बेहतर ढंग से संरक्षित किया जा सके. उन्होंने बताया कि उनके अपार्टमेंट्स में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए गए हैं. अगर कहीं पर टैंक खराब हो गए हैं या ठीक तरीके से पाइपलाइन को टैंक से नहीं जोड़ा गया और बारिश का जल सीवर लाइन के माध्यम से बेकार होकर बाहर जा रहा है तो इसको लेकर जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी.
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