लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम पर बोलते हुए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि आज पूरे देश को राम मंदिर के साथ हिंदुस्तान में राम राज की स्थापना का संदेश मिला है. रिजवी ने इस दौरान राम भक्तों को आज के दिन की मुबारकबाद भी पेश की है.
राम मंदिर के साथ आज राम राज स्थापित होने का भी मिला संदेश: वसीम रिजवी - राम मंदिर भूमि पूजन
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने बुधवार को हुए राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन और शिलान्यास के लिए राम भक्तों को मुबारकबाद दी. वसीम रिजवी ने कहा कि आज भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास में पीएम, सीएम और आरएसएस चीफ ने शामिल होकर देश में यह संदेश दिया है कि राम मंदिर के साथ ही आज हिंदुस्तान में राम राज की स्थापना हो गई है.
वसीम रिजवी ने राम भक्तों को दी मुबारकबाद
अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने बुधवार को बयान जारी किया. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की पवित्र राम जन्मभूमि अयोध्या में दोबारा राममंदिर बनाए जाने के लिए बुधवार को हुए शिलान्यास कार्यक्रम पर पूरी दुनिया के राम भक्तों को वह मुबारकबाद देते हैं और जिन लोगों ने राम मंदिर के लिए अपनी जान की कुर्बानियां दी हैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं. वसीम रिजवी ने कहा कि आज हिंदुस्तान में जो मुगल शासकों ने हुकूमत करके हिंदुस्तानियों के साथ जुल्म और ज्यादती की थी उसका पहला अंत हुआ है. वसीम रिजवी ने अपने बयान में कहा कि आज भगवान श्रीराम के मंदिर के शिलान्यास में पीएम, सीएम और आरएसएस चीफ ने शामिल होकर देश में यह संदेश दिया है कि राम मंदिर के साथ ही आज हिंदुस्तान में राम राज की स्थापना हो गई है.
पीएम ने रखी मंदिर की नींव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दशकों पुराने मुद्दे का समाधान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था. आज मंदिर निर्माण की नींव रखे जाने के साथ ही राम मंदिर के लिए चलाया गया भाजपा का आंदोलन फलीभूत हो गया, जिसने भगवा दल को सत्ता के शिखर तक पहुंचा दिया. भूमि पूजन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे. पुजारियों ने मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन की शुरुआत की और फिर मोदी द्वारा मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के साथ ही भूमि पूजन संपन्न हो गया. कार्यक्रम के दौरान नौ शिलाओं की पूजा की गई और मोदी ने मंदिर की नींव की मिट्टी से अपने माथे पर तिलक लगाया.