लखनऊ : उप चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ट्विटर पर भयानक जंग (War on Twitter) छिड़ी हुई है. दोनों में जमकर वार हो रहा है. खास तौर पर निशाने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ताओं की टीम है. समाजवादी पार्टी के आरोपों में इन प्रवक्ताओं पर भ्रष्टाचारी होने की बात चल रही है. यहां तक कि दलाल की भी संज्ञा दी जा रही है. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी, सपा की भाषा पर सवाल उठाते हुए विरोध कर रही है. फिलहाल यह ट्विटर की जंग सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बनी हुई है. एक ओर तो कहा जा रहा है कि भाजपा समाजवादी पार्टी के आरोपों का जवाब नहीं दे रही है, जबकि दूसरी ओर सपा पर आरोप है कि उसकी भाषा की मर्यादा टूट रही है.
मैनपुरी में जब डिंपल यादव को समाजवादी पार्टी ने लोकसभा के उपचुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया, तब भारतीय जनता पार्टी ने उन पर परिवारवाद का आरोप लगाया था. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी की ओर से ना केवल प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी बल्कि कई नेताओं सहित प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने भी अपनी बात ट्विटर पर रखी थी. इसके बाद में समाजवादी पार्टी की ओर से समाजवादी मीडिया सेल नाम के अधिकृत अकाउंट से प्रवक्ताओं और नेताओं पर व्यक्तिगत हमले शुरू हो गए. यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच में कथित तौर पर मतभेद की बात तक कह दी गई. जिस पर भाजपा के प्रवक्ताओं की ओर से पलटवार किया गया. इसके बाद में लगातार समाजवादी मीडिया सेल नाम के अकाउंट से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी पर सबसे अधिक हमले बोले गए. यह पूरा प्रकरण ट्रेंड हो रहा है.