लखनऊ : विश्व ट्रामा दिवस के अवसर पर केजीएमयू की ओर से शनिवार को वॉकाथन का आयोजन किया गया. केजीएमयू के कुलपति डॉ बिपिन पुरी ने 1090 चौराहे से हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया. यह राम मनोहर लोहिया पार्क होते हुए पुनः 1090 चौराहे पर आकर खत्म हुआ.
विश्व ट्रामा दिवस पर केजीएमयू में वॉकाथन का आयोजन
विश्व ट्रामा दिवस के अवसर पर केजीएमयू की ओर से शनिवार को वॉकाथन का आयोजन किया गया. केजीएमयू के कुलपति डॉ बिपिन पुरी ने 1090 चौराहे से हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया. यह राम मनोहर लोहिया पार्क होते हुए पुनः 1090 चौराहे पर आकर खत्म हुआ.
इस दौरान कुलपति डॉक्टर बिपिन पुरी ने कहा कि विश्व में प्रतिवर्ष 10 लाख मौतों की वजह सड़क हादसे हैं. हृदयाघात व कैंसर के बाद सर्वाधिक मौतों की वजह सड़क दुर्घटनाएं ही हैं. इनमें से 5 से 6 लाख लोग दिव्यांगता की श्रेणी में आ जाते हैं. वहीं ट्रामा सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ संदीप तिवारी ने कहा कि देश में सीट बेल्ट और हेल्मेट के इस्तेमाल से 70 फीसद तक ट्रामा के केसों में कमी लाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि देश में डेढ़ लाख से अधिक मौतें सड़क दुर्घटना की वजह से ही होती हैं. इनमें सबसे ज्यादा हादसे के शिकार पांच से 40 वर्ष तक की उम्र के लोग होते हैं. उन्होंने कहा कि जागरूकता और सतर्कता से बहुतों की जान बचाई जा सकती है. इसलिए हादसे के तुरंत बाद गोल्डन आवर में जितना जल्दी हो सके मरीज को अस्पताल पहुंचाना व प्राथमिक उपचार दिलाना जरूरी होता है. उन्होंने बताया कि अगर हादसे के 20 मिनट से आधे घंटे तक में मरीज को प्राथमिक उपचार मिल गया तो उसकी जान बचाना संभव हो जाता है.
कार्यक्रम का समापन ट्रॉमा सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ समीर मिश्रा ने किया. इसमें चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान लोगों से नशे में वाहन न चलाने की अपील भी की गई.