लखनऊ:विधानसभा चुनाव की चल रही प्रक्रिया के अंतर्गत आज सातवें व अंतिम चरण के चुनाव के लिए मतदान जारी है. आज नौ जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं तो वहीं, इस चरण में 613 उम्मीदवार मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. साथ ही आज कई मंत्रियों सहित कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है. आज सातवें व आखिरी चरण के चुनाव में योगी आदित्यनाथ सरकार के कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की दक्षिण विधानसभा सीट से डॉ. नीलकंठ तिवारी चुनावी मैदान में है तो वहीं वाराणसी शहर की उत्तरी सीट से मंत्री रवींद्र जायसवाल और शिवपुर सीट से योगी सरकार में मंत्री अनिल राजभर मैदान में हैं.
ऐसे में तमाम सीटों पर सरकार के मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने वाराणसी की इन सीटों पर जीत दर्ज करने को लेकर पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार किया था. इसी प्रकार जौनपुर की जौनपुर सदर सीट से मंत्री गिरीश चंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं. इसी तरह मिर्जापुर की मड़िहान सीट से मंत्री रमाशंकर पटेल मैदान में हैं. इसके अलावा योगी सरकार में राज्य मंत्री डॉ. संगीता बलवंत भी चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में इन सभी मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
दांव पर इन विपक्षी नेताओं की साख
वहीं, योगी सरकार में मंत्री रहे और चुनाव की नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भाजपा छोड़ सपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान समाजवादी पार्टी के टिकट पर मऊ की घोषित सीट से चुनाव मैदान में हैं. ऐसे में इस बार चुनाव काफी रोचक बना हुआ है. पिछली बार भाजपा से चुनाव जीतने वाले दारा सिंह चौहान अबकी समाजवादी पार्टी की टिकट पर मैदान में हैं. इसी तरह सपा गठबंधन के अंतर्गत मऊ की सदर सीट से माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी चुनाव मैदान में हैं. इस बार माफिया मुख्तार अंसारी जेल में हैं और खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और उनका बेटा अब्बास अंसारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.
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इसके अलावा गाजीपुर की जहूराबाद सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर खुद चुनाव मैदान में हैं. सबसे खास बात यह है कि इस गाजीपुर की जहूराबाद सीट पर चुनाव काफी रोचक बना हुआ है. बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहीं शादाब फातिमा चुनाव लड़ रही हैं. पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं, क्योंकि शादाब फातिमा शिवपाल सिंह यादव की करीबी मानी जाती है, लेकिन जहुराबाद से सपा गठबंधन के अंतर्गत ओमप्रकाश राजभर चुनाव लड़ रहे हैं. जब समाजवादी पार्टी ने शादाब फातिमा को टिकट नहीं दिया तो वो बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ने का फैसला किया और चुनाव मैदान में हैं. वह ओमप्रकाश राजभर को कड़ी टक्कर देती हुई नजर आ रही हैं.
इसी तरह आजमगढ़ से समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे दुर्गा प्रसाद यादव आजमगढ़ सदर सीट से चुनावी मैदान में हैं. आजमगढ़ की फूलपुर पवई सीट से पूर्व सांसद रमाकांत यादव चुनाव मैदान में है. वह भाजपा में थे और चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए रमाकांत यादव भी बाहुबली छवि के माने जाते हैं और वह भाजपा से सांसद भी रहे हैं चुनाव से पहले वह समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और अब चुनाव मैदान में हैं। इसी तरह गाजीपुर की जमानिया विधानसभा सीट से सपा सरकार में मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं मिर्जापुर की मिर्जापुर सदर सीट से कैलाश चौरसिया भी चुनाव मैदान में है। समाजवादी पार्टी की सरकार में कैलाश चौरसिया भी मंत्री रहे हैं जौनपुर की शाहगंज सीट से सपा सरकार में पूर्व मंत्री शैलेंद्र यादव उर्फ ललई यादव भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.