लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय शैक्षणिक सत्र 2023- 24 के लिए नए सिरे से वोकेशनल कोर्स की तैयारी कर रहा है. विश्वविद्यालय ने जहां अपने परिसर के लिए नए वोकेशनल कोर्स तैयार किए हैं. वहीं डिग्री कॉलेजों को भी अपने स्तर से वोकेशनल कोर्स तैयार करने के निर्देश दिए हैं. विशेष तौर पर राजकीय व एडेड डिग्री कॉलेजों को स्टेशन में अपने यहां नए वोकेशनल कोर्स चलाने के निर्देश दिए है. विश्वविद्यालय के इस आदेश के बाद अब डिग्री कालेजों ने भी स्नातक के छात्र-छात्राओं के लिए वोकेशनल कोर्सों का निर्धारण कर दिया गया है. इनमें विद्यार्थी सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों में ड्राफ्टिंग, पत्र आदि के लिए उपयोग में लाई जाने वाली कामकाजी हिन्दी, ग्रामर एंड ट्रांसलेशन सहित कई ऐसे कोर्स पढ़ सकते हैं, जिससे उन्हें रोजगार में मदद मिलेगी.
वोकेशनल कोर्स के कारण परीक्षा कराने में आ रही दिक्कत
विश्वविद्यालय प्रशासन ने वर्ष 2020 में अपने यहां पर नई शिक्षा नीति लागू किया था. इसके तहत स्नातक विषयों में छात्रों को एक वोकेशनल सब्जेक्ट पढ़ने का मौका दिया गया था. बीते 2 सालों से विश्वविद्यालय अपने यहां बनाए गए वोकेशनल विषयों को ही डिग्री कॉलेजों में भी ऑफर करता था, ताकि इसमें एक रूपता बनी रहे और परीक्षा कराने में आसानी हो. कोरोना काल के बाद जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने 2022 के सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन किया तो उसके सामने एक अलग ही समस्या खड़ी हो गई. वोकेशनल कोर्स की संख्या कम होने के कारण कुछ वोकेशनल कोर्सो में निर्धारित सीटों के कई गुना से ज्यादा विद्यार्थियों ने प्रवेश ले लिया था. इसका नतीजा यह हुआ कि जब सेमेस्टर परीक्षा शुरू हुए तो कई जिलों में समय से निर्धारित छात्र संख्या का जा सही जानकारी न होने के कारण समय से प्रश्नपत्र नहीं पहुंच पाया था. जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी सरकारी डिग्री कॉलेजों को अपने यहां पर वोकेशनल कोर्स तय करने के निर्देश दिए हैं.
केकेसी डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. नीता शाह ने बताया कि वोकेशनल कोर्स को लेकर लगातार आ रही दिक्कत को देखते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय ने सभी डिग्री कॉलेजों को अपने स्तर से वोकेशनल कोर्स तय करने के निर्देश दिए हैं. विश्वविद्यालय ने सभी डिग्री कॉलेजों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने यहां उपलब्ध संसाधनों को टीचिंग स्टाफ की मदद से रोजगार परक वोकेशनल कोर्स को शुरू करें और वहीं बच्चों को समेस्टर में पढ़ने के लिए ऑफर करें. श्री जय नारायण मिश्र पीजी काॅलेज (केकेसी) ने यूजी दूसरे सेमेस्टर में 14, चौथे सेमेस्टर में 13, बप्पा श्री नारायण वोकेशनल पीजी काॅलेज (केकेवी) ने दूसरे सेमेस्टर में 12, चौथे में आठ, नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय पीजी काॅलेज ने दूसरे सेमेस्टर में 20, चौथे सेमेस्टर में 14 कोर्स तथा डीएवी डिग्री काॅलेज ने द्वितीय सेमेस्टर के लिए 13 व चौथे सेमेस्टर में 12 कोर्स तय किए हैं. दोनों सेमेस्टर के विद्यार्थियों को इनमें से एक-एक कोर्स लेना होगा. डॉ शाह ने बताया कि विश्वविद्यालय के निर्देश पर केकेसी में भी रिक्वेस्ट कोर्स तय कर दिए गए हैं.
केकेसी में दूसरे सेमेस्टर के वोकेशनल कोर्स
काउंसिलिंग एंड गाइडेंस, रूरल/ट्राइबल कम्युनिटी स्टडीज, एंसिएंट इंडियन न्यूमिस्मेटिक, बेसिक कम्युनिकेशन स्किल्स, कर्मकांड, कामकाजी हिन्दी, फाइनेंसियल लिट्रेसी एंड बैंकिंग, फंडामेंटल्स आफ रिमोट सेंसिंग एंड जीआइएस, बेसिक ऑफ कंप्यूटर, सेरीकल्चर मैथेड्स एंड प्रास्पेक्ट्स, फूड केमिस्ट्री, आप्टोइलेक्ट्रानिक्स-1, इंट्रोडक्शन टू स्टेटिस्टिकल डेटा एनालिसिस-1, मशरूम कल्टीवेशन एंड टेक्नोलाॅजी.
दूसरे सेमेस्टर के लिए : बेसिक्स ऑफ इंडियन इकोनामी, इन्हैंसमेंट कम्युनिकेशन स्किल्स, लेजिस्लेटिव प्रैक्टिस प्रोसीजर्स, हिस्ट्री एंड टूरिज्म इन इंडिया एंड यूरोप, यूरो-अरब रिलेशंस, एंटरप्रिन्योरशिप, फंडामेंटल्स आफ पर्यनल फाइनेंस, जीओ आर्कियोलाजी, बेसिक ऑफ वेब डिजाइन, एंटरप्रिन्योरशिप इन जूलाजी, इंट्रोडक्शन टू हाउस होल्ड केमिस्ट्री सोप्स एंड डिटरजेंट, आप्टोइलेक्ट्रानिक्स-2, हाइड्रोपोलिक्स कल्टीवेशन ऑफ प्लांट्स.
केकेवी में वोकेशनल कोर्स