लखनऊ. विश्वकर्मा जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत प्रशिक्षित लाभार्थियों को टूल किट वितरित की. लोकभवन ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत चेक भी बांटे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने समाज को सेवाकार्यों के माध्यम से नई दिशा दी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिसम्बर 2018 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरू की गई थी, जिसका बड़े स्तर पर असर देखने को मिल रहा है. कोरोनाकाल के दौरान श्रमिकों और कामगारों ने आत्मनिर्भर होकर काम किया, जिसका असर था कि सभी सुरक्षित रहे. उन्होंने कहा कि बीते डेढ़ वर्ष से पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही है. लॉकडाउन लगाना पड़ा. प्रदेश में 40 लाख कामगार प्रवासी आए, उन्हें सबल बनाना एक चुनौती थी. एक जिला, एक उत्पाद (ODOP) के जरिए उन्हें मजबूत बनाया गया.
उन्होंने कहा कि कारीगरों के हुनर को देखकर मन खुश होता है. गांव के युवकों को हुनरमंद बनाने का काम पहले नहीं होता था. लोग पहले नाई को पैसे नहीं देते थे, आज सरकार के माध्यम से बैंक लोन दे रहे हैं. हर कोई आत्मनिर्भर बनेगा. गांधी के स्वराज्य की परिकल्पना साकार होगी. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए विकास उत्सव से लोगों को जोड़ने का काम किया गया है. मुद्रा योजना के तहत कामगारों को लोन मिल रहा है. लाभार्थियों को टूलकिट भी वितरित की जा रही है. माटी कला बोर्ड के माध्यम से सोलर चाक भी बांटे गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की बहने व माताएं ठान लें तो यूपी भी रेडीमेड निर्यात में आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि 11,000 कारीगरों को आज यहां 171 करोड़ का लोन दिया जा रहा है.