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अस्पताल की ओपीडी में कम हुए वायरल के मरीज, स्वास्थ्य विभाग ने ली राहत की सांस

राजधानी के सरकारी अस्पतालों में संचारी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी (Viral patients less in hospital OPD) आई है, वहीं डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या पहले जैसे ही है. अस्पताल के विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हुई है.

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Published : Nov 29, 2022, 3:05 PM IST

लखनऊ : राजधानी के सरकारी अस्पतालों में संचारी रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी (Viral patients less in hospital OPD) आई है, वहीं डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या पहले जैसे ही है. अस्पताल के विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या कम हुई है. मरीज प्राथमिक उपचार के बाद घर लौट रहे हैं.

सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अस्पताल में इस समय मरीजों की संख्या कम हो रही है. इस मौसम में मच्छर लंबे समय तक नहीं टिक पाते हैं. ऐसे में जैसे-जैसे ठंडी बढ़ रही है, वैसे मरीजों की संख्या भी कम हो रही है. इस समय अस्पताल में बेड भी खाली हैं. मरीज भर्ती हो रहे हैं. इलाज हो रहा है. फिर उसके बाद रिकवर होकर घर वापस लौट रहे हैं. इस समय ओपीडी में लगभग एक हजार ही मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. फिजिशियन की ओपीडी में मरीजों की संख्या काफी कम हुई है.

सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव ने कहा कि मौजूदा समय में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी (Viral patients less in hospital OPD) कम हो गई है. अस्पताल की ओपीडी में इस समय 100 से 150 मरीजों की ओपीडी हो रही है. वहीं 10 दिन पहले मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि हर मरीज को देख पाना मुश्किल हो रहा था, हालांकि अभी भी सावधानी की बहुत जरूरत है.

अस्पताल में दिखाने आए कुछ मरीजों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि फिलहाल इस समय मरीजों की संख्या काफी कम है, वरना सुबह से शाम हो जाती थी. इस समय भीड़ काफी कम हो गई है. अभी 15 मिनट पहले हम आए, पर्चा बनवाया और ओपीडी में दिखा भी लिया है. साथ ही दवाई भी ले ली है. तुरंत सारा काम हो रहा है.

इमरजेंसी में घटे मरीज :बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि अस्पताल की इमरजेंसी में इस समय मरीजों की संख्या काफी कम हुई है. इस समय अस्पताल में काफी बेड खाली हो चुके हैं, वहीं मरीजों की संख्या भी दिन-ब-दिन कम हो रही है. कुछ मरीज आ रहे हैं, जिन्हें गंभीर अवस्था में भर्ती किया जा रहा है.

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