लखनऊःउत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षण सत्र को नियमित करने की कवायद में जुटे शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की कोशिश तेज कर दी है. वहीं शिक्षा विभाग रेड जोन वाले जिलों में भी यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन केंद्रों को अनुमति देने की तैयारी है.
नीना श्रीवास्तव द्वारा भेजा गया पत्र. जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजा गया पत्र
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव की ओर से ऐसे सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेजा गया है, जो कोरोना वायरस संक्रमण की दृष्टि से रेड जोन में शामिल है. गुरुवार को जारी आदेश की कॉपी आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा और बरेली के जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेजी गई है.
परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन कार्य
शासन स्तर पर आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में यूपी बोर्ड के परिषदीय परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन कार्य को अति शीघ्र पूरा कराए जाने का फैसला लिया गया. ऐसे में रेड जोन के तहत आने वाले जिलों में अगर कोई ऐसा मूल्यांकन केंद्र है जो स्थानीय प्रशासन की ओर से हॉटस्पॉट घोषित क्षेत्र में आता है तो उसके विकल्प के तौर पर नए मूल्यांकन केंद्र का चयन किया जाएगा. उसका प्रस्ताव जिलाधिकारी को 15 मई दोपहर तक हर हाल में भेजा जाए. इस पत्र से साफ है कि प्रदेश सरकार रेड जोन वाले जिलों में भी मूल्यांकन कार्य शुरू कराने की तैयारी में जुट गई है.
केंद्रीय मूल्यांकन कार्य का विरोध
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ लगातार केंद्रीय मूल्यांकन कार्य का विरोध कर रहा है. संघ के प्रदेश मंत्री और प्रवक्ता डॉक्टर आर पी मिश्र ने बताया कि उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को संघ की ओर से एक पत्र भेजा गया है, जिसमें केंद्रीय मूल्यांकन कार्य के बजाए उत्तर पुस्तिकाओं की जांच वर्क फ्रॉम होम नियम के तहत कराए जाने की मांग की गई है.
प्रवक्ता डॉक्टर आर पी मिश्र ने यह भी बताया कि, कई ऐसे जिले हैं, जहां केंद्रीय मूल्यांकन के दौरान परीक्षकों के कोरोना वायरस संदिग्ध संक्रमण पाए जाने की सूचना है. ऐसे में केंद्रीय मूल्यांकन कार्य शिक्षकों की जान को जोखिम में डालने वाला है. सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार कर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शिक्षकों के घर से कराना चाहिए.