लखनऊ: कमिश्नरेट के पूर्वी जोन की पीजीआई पुलिस और डीसीपी की क्राइम टीम ने रविवार को एक ऐसे जालसाज को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जिसने अपने एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर कोचिंग में पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी की थी. पीजीआई पुलिस डीसीपी की क्राइम टीम ने तिलक नगर अल्हापुर जॉर्जटाउन प्रयागराज के रहने वाले अवनीश चंद्र श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर लिया.
नौकरी का लालच देकर 10 करोड़ से ज्यादा की ठगी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार - lucknow latest news
लखनऊ पुलिस ने एक ठग को गिरफ्तार किया है. ये शख्स कोचिंग में पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर 10 करोड़ से भी ज्यादा की ठगी की है.
गिरफ्तार किए गए अवनीश चंद्र श्रीवास्तव के खिलाफ मध्य प्रदेश के रहने वाले राकेश कुमार नाम के व्यक्ति के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था. इंस्पेक्टर पीजीआई धर्मपाल सिंह ने बताया कि वादी मुकदमा द्वारा बताया गया था कि अवनीश चंद श्रीवास्तव ने सैकड़ों लड़कों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर साढ़े 3 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की ठगी की है. उन्होंने बताया कि अवनीश चंद्र के सहयोगी संजय मिश्रा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. संजय मिश्रा के बारे में पता चला है कि उसने 10 करोड़ से भी ज्यादा की ठगी की हैं.
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किया गए इस जालसाज ने अपने साथी संजय मिश्रा के साथ मिलकर कोचिंग में पढ़ने वाले लड़कों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे पैसे ऐंठता था और उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देता था. फर्जी नियुक्ति पत्र देने के बाद मोबाइल नंबर बदलकर किसी दूसरे शहर में शिफ्ट हो जाता था. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए जालसाज के द्वारा कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के तमाम लड़कों को लखनऊ मेट्रो में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए की ठगी की गई थी. पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि गिरफ्तार किए गए जालसाज के द्वारा अब तक कितने लोगों से कितने की ठगी की गई है और इसके गिरोह में संजय मिश्रा के अलावा और कितने लोग शामिल हैं.