लखनऊः प्रदेश में पिछले दो महीनों से तरोई और भिंडी के दाम बढ़े हुए थे, जो अब जाकर कम हुए है. हरी साब्जियो में लौकी, कद्दु, शिमला मिर्च, सेम मंडी में 20-25 रुपये के भाव में बिक रही है, जबकि 12 से अधिक सब्जियां 10-15 रु किलो के दामों पर बिक रही हैं. किसान इससे खुश नहीं है. 40-50 रुपये में बिकने वाला लहसुन 80-100 रुपये तक पहुंच गया. वहीं, लोकल मंडियों में स्थानीय लहसुन कम पहुंचने से इनके दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई.
लहसुन विक्रेता मो. रजी ने बताया कि मंडी में लहसुन थोक में लहसुन 80-100 रुपये और फुटकर में 120-130 रुपये किलो बिक रहा है. लहसुन के दामों के इजाफा हुआ है. लहसुन की कई किस्में उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में लहसुन के दामों में तेजी देखने को मिल सकती है.
मनमाफिक दरों पर भी हो रही बिक्रीःमंडी में फुटकर में बिकने वाली सब्जियों और ठेले पर फुटकर में बिकने वाली सब्जियों के दामों में भी काफी अंतर है. स्थिति ये है कि मंडी में 12 रुपये किलो बिकने वाली प्याज ठेले पर 20 रुपये किलो में बिक रही है. इसके अलावा मंडी में 6 रुपये नया और 7 रुपये पुराना प्रति किलो बिकने वाला आलू ठेले पर 10 रुपये में नया और 12 रुपये में पुराना आलू बेचा जा रहा है. मंडी में 50-60 रुपये किलो बिकने वाली भिंडी ठेले पर 90 से 100 रुपये किलो तक बेची जा रही है.