Vegetable Price : प्याज के बाद अब मटर ने पकड़ी रफ्तार, कड़वा करेला बढ़ा रहा सब्जियों का जायका - Vegetable Price
दीपावली त्योहार से पहले प्याज ने पहले से ही आंसू निकाल रखे हैं. साथ ही अब मटर की कीमतों ने रफ्तार (Peas Become Expensive) पकड़ ली है. महंगाई की वजह से आम आदमी की जेब पहले से ही ढीली है और अब त्योहार पर खरीदारी तो दूर थाली से सब्जियां भी दूर होने लगी हैं. आइए जानें आज किस भाव में बिक रहीं सब्जियां.
लखनऊ : मंडी में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. हर सब्जी की कीमत पहले के मुकाबले महंगे दामों पर बिक रही है. ऐसे में रसोई में अब सब्जियों के जायके बदले नजर आ रहे हैं. परवल व शिमला मिर्च के भाव एक बार फिर बढ़ गए हैं. दोनों सब्जियां बाजार में 100 रुपये किलो के करीब पहुंच गई हैं. हालांकि कुछ दिनों पहले तक यह सब्जियां मंडी में 20-30 रुपये किलो मिल रही थी. वहीं आवक कम होने से तोरई भी 40 से 50 रुपये किलो पहुंच गई हैं.
लखनऊ में बिक रही सब्जियों के रेट लिस्ट.
हालांकि करेला से थोड़ी राहत है. करेला 40 रुपये और भिंडी 50 रुपये किलो में बिक रही है. लौकी की कीमत बाजार में 30-35 रुपये किलो किलो है जो पहले 10-15 रुपये किलो थी. दूसरी ओर सब्जियों का राजा नया आलू से राहत दे रहा है. नया आलू किचन की शोभा बढ़ाने लगा है. बीते दिनों तक 40 रुपये किलो बिकने वाला आलू बाजार में 30 रुपये किलो में बिक रहा है. वहीं नया आलू 15 से 20 रुपये किलो बिक रहा है.
लखनऊ की दुबग्गी सब्जी मंडी में सब्जियों का भाव
मटर 100 रुपये प्रति किलो
खीरा 20 रुपये प्रति किलो
अदरक 80 रुपये प्रति किलो
पालक 20 रुपये प्रति किलो
शिमला मिर्च 40 रुपये प्रति किलो
भिंडी 20 रुपये प्रति किलो
नीबू 40 रुपये प्रति किलो
बैंगन 20 रुपये प्रति किलो
प्याज 40 रुपये प्रति किलो
फूल गोभी 16 रुपये पीस
गाजर 30 रुपये प्रति किलो
कद्दू 15 रुपये प्रति किलो
करेला 30 रुपये प्रति किलो
आलू नया 14 रुपये प्रति किलो
धनिया 30 रुपये प्रति किलो
आलू पुराना 10 रुपये प्रति किलो
सेम 20 रुपये प्रति किलो
आलू पुराना 10 रुपये प्रति किलो
टमाटर 20 रुपये प्रति किलो
बंद गोभी 10 रुपये प्रति पीस
दाम बढ़ने से ग्राहक घटे, किसानों का फायदा
लखनऊ के फुटकर सब्जी विक्रेता राहुल कश्यप, बहादुर सिंह व राजू यादव के मुताबिक सब्जियों के दाम बढ़ने से कुछ सब्जी विक्रेता संतुष्ट नजर आ रहे हैं. सब्जियां महंगी होने से किसानों को इसका फायदा मिल रहा है. उनके नुकसान की भरपाई हो रही है. हालांकि कुछ विक्रेताओं का कहना है कि सब्जियां ऊपर से ही महंगी आ रही हैं. इसलिए महंगे दामों पर बेच रहे हैं. इस संबंध में सब्जी विक्रेता ये भी मानते हैं कि इस बढ़ी कीमतों की वजह से ग्राहकों की कमी आई है. आमतौर पर एक किलो सब्जी खरीदने वाला इंसान अब आधा किलो सब्जी में काम चला रहा है.