लखनऊःउत्तर प्रदेश में इन दिनों प्याज की कीमतों में तेजी का रुख जारी है. महंगे प्याज से अभी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है. जनवरी 2024 से पहले प्याज की कीमतों में कोई बड़ी गिरावट नहीं होने जा रही है. उत्तर प्रदेश की मंडियों में प्याज के थोक रेट में पहले के मुकाबले 20 फीसदी तक गिरावट आई.जो प्याज पहले 60 रुपये किलो बिक रहा था वही प्याज अब 40 रुपए प्रति किलो पर आ गया है. जानकारों की मानें तो नए साल से ही प्याज की कीमतें गिरेंगी.उनके मुताबिक लगातार मौसम खराब होने के चलते मंडी में प्याज की आवक कम है. इसी वजह से दाम में भी कमी नहीं आ रही है. राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है जिसके दाम लोकल प्याज की तुलना में 10 रु प्रति किलो कम है मगर ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाला सस्ता प्याज नहीं भा रहा है.
दुबग्गा मंडी के बड़े प्याज व्यापारी मोहम्मद एजाज अहमद बताते हैं कि 2024 से पहले प्याज के सस्ते होने की उम्मीद कम है. अगले साल जनवरी तक प्याज की नई फसल भरपूर रूप से मंडी में आ जाएगी. इसके बाद प्याज की कीमतें कम हो सकेंगी. प्याज की बढ़ती हुई कीमतों से राहत दिलाने के लिए सरकार ने अफगानिस्तान से सस्ते प्याज का आयात किया है. दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश की दुबग्गा मंडी में भी अफगानिस्तान का प्याज पहुंच चुका है. वहीं ग्राहकों को अफगानिस्तान से आने वाले सस्ते प्याज नहीं भा रहे हैं. इस प्याज का स्वाद और महक दोनों ही ग्राहक को नहीं भा रही. एजाज बताते हैं कि यह प्याज भारतीय प्याज के मुकाबले 10 रुपये तक सस्ता है. मंडी में 25 से 30 रुपये प्रति किलो के भाव में यह प्याज बिक रहा है जो बाजारो में 40 रु किलो के भाव से बेचा जा रहा है.