लखनऊ : यूपी की राजधानी का दिल हजरतगंज को कहा जाता है और इसके चौराहे पर ही स्थित है वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल. यह महिला अस्पताल शहर के बीच में है, इसके कारण महिलाएं दूरदराज से यहां पर इलाज के लिए आती हैं. रोजाना करीब 250 से 300 गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए आती हैं और रोजाना 20 से 30 प्रसव होते हैं. यहां राजाजीपुरम, कृष्णानगर, आलमबाग, दिलकुशा, आरडीएसओ काॅलोनी, चारबाग, ऐशबाग, हुसैनगंज, लालबाग, राजेंद्रनगर, मालवीय नगर, सरोजिनीनगर, हैदरगंज, ठाकुरगंज, निशातगंज एवं सआदतगंज क्षेत्रों से गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए पहुंचती हैं. अस्पताल में एक ही रेडियोलॉजिस्ट तैनात होने की वजह से गर्भवती महिलाओं की जांच में दिक्कत आती है.
अस्पताल में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की सामने आई है. पार्किंग न होने के कारण कई बार तीमारदारों में गाड़ी खड़ी करने को लेकर अस्पताल के कर्मचारियों से नोकझोंक भी हो जाती है. आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं, क्योंकि यहां पर जगह की समस्या है. अस्पताल के बाहर ही 50 से 100 गाड़ी मुख्य द्वार पर ही खड़ी होती हैं. एंबुलेंस खड़ी होने की भी जगह नहीं होती है, इसके अलावा कई बार अस्पताल के बाहर जब कोई तीमारदार अपने वाहन को खड़ा करता है तो नगर निगम के कर्मचारी गाड़ी को उठाकर पुलिस चौकी पर छोड़ आते हैं. ऐसे में तीमारदार व मरीज को काफी दिक्कत परेशानी होती है.
अस्पताल के वार्ड में मौजूद एक महिला ने बातचीत के दौरान बताया कि 'बीते मंगलवार को उसका प्रसव सिजेरियन विधि द्वारा हुआ. इस दौरान चिकित्सकों ने खास देखभाल की. इसके अलावा अस्पताल के जो कर्मचारी और स्टाफ नर्स हैं उनका रवैया काफी अच्छा है. अगर कोई दिक्कत परेशानी होती है तो वह सुनती हैं और फिर उसे विशेषज्ञ डॉक्टर तक पहुंचाती हैं. इससे पहले भी दो बच्चों का जन्म यहीं पर हुआ. इसलिए मेरा विश्वास इस अस्पताल के प्रति 100 प्रतिशत है. काफी अच्छा माहौल है यहां पर. साफ-सफाई भी पूरी रहती है. कोई भीड़ नहीं होती है और अच्छे से इलाज उपलब्ध होता है.
महिला ने बताया कि 'उसका भी प्रसव हो चुका है. अस्पताल में कोई भी दिक्कत परेशानी नहीं हो रही है. बातचीत के दौरान उसने कहा कि इससे पहले भी एक बच्चे की डिलीवरी इसी अस्पताल में हुई है. ऐसे में झलकारी बाई अस्पताल पर भरोसा भी है और यहां की जो महिला रोग विशेषज्ञ हैं वह भी भरोसेमंद हैं. काफी अच्छे से बातचीत करती हैं. अस्पतालों में काफी भीड़ रहती है, यहां पर साफ-सफाई का भी पूरा इंतजाम रहता है और अच्छा हाइजेनिक खाना भी मिलता है.'