लखनऊ: राजधानी के हजरतगंज स्थित वीरांगना झलकारी बाई अस्पताल को सरकार के 'मिशन शक्ति' अभियान के तहत प्रदेश में एक बेहतर अस्पताल के रूप में सातवां स्थान प्राप्त हुआ है. वहीं राजधानी के महिला अस्पतालों में नंबर एक स्थान प्राप्त हुआ है. सरकार की तरफ से अस्पताल को 4 लाख रुपये इनाम भी मिला है. साथ ही अस्पताल को कायाकल्प योजना के तहत सरकार से अवार्ड मिला है.
जानकारी देतीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक. अस्पताल के लिए गर्व की बात
झलकारी बाई अस्पताल की सीएमएस डॉ. रंजना खरे ने बताया कि प्रसूता की अच्छी तरह से देखरेख और एक महिला अस्पताल की अच्छी भूमिका वीरांगना झलकारी बाई अस्पताल ने निभाई है, जिसकी वजह से सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत वीरांगना झलकारी बाई अस्पताल को यूपी में सातवां और लखनऊ में नंबर वन महिला अस्पताल की रैंक मिली है.
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सीएमएस डॉ. रंजना खरे ने कहा कि यह अस्पताल के लिए बहुत ही खुशी की बात है. हमने प्रयास किया कि प्रसूताओं को कोई समस्या या परेशानी न हो, सभी प्रसूताओं का सही से इलाज हो, इसके लिए अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्टाफ ने इसमें सहयोग दिया. यह हमारे अस्पताल के लिए बेहद गौरव की बात है कि हमें शहर का नंबर वन महिला अस्पताल का अवार्ड प्राप्त हुआ.
डॉ रंजना खरे ने बताया कि सरकार ने अस्पताल को चार लाख रुपये इनाम के तौर पर दिया है, जिसको डॉक्टर और स्टाफ में इनाम के तौर पर दिया जाएगा. इसके बाद जो पैसे बचेंगे, उसे अस्पताल के लिए लगाएंगे. ताकि अस्पताल को और बेहतर बनाया जा सके. बता दें कि झलकारी बाई अस्पताल में कुल 19 डॉक्टर हैं, जिसमें 11 गाइनी, 4 पीडिया, 3 बेहोशी और 1 अल्ट्रासाउंड की डॉक्टर हैं.