लखनऊ :बीजेपी नेता वरुण गांधी लगातार अपनी ही सरकार पर हमलावर रहे हैं. इसलिए अब उनके खिलाफ पार्टी के केंन्द्रीय नेतृत्व ने कड़ा फैंसला लिया है. बीजेपी की आला कमान ने ना केवल वरुण गांधी बल्कि उनकी मां मेनका गांधी को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी कमेटी में जगह नहीं दी है. पार्टी के इस फैंसले के बाद वरुण और मेनका गांधी के खेमे में हड़कंप मच गया है. वहीं दूसरी तरफ इस मामले पर पार्टी के नेता मीडिया से बात करने में कतरा रहे हैं. ऐसे माहौल को देखते हुए माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में वरुण गांधी पार्टी के इस फैसले के खिलाफ अपना कोई निर्णय जरूर लेगें.
बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन में मां बेटे दोनों कमेटी से बाहर करके अब पूरी तरह से क्लियर कर दिया, कि अगला फैंसला वरुण गांधी को ही लेना है. दूसरी ओर अधिकृत तौर पर बीजेपी की ओर से कहा गया है, कि प्रत्येक नेता और सांसद को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह देना संभव नहीं है. पार्टी का कहना है, कि यह केंद्रीय नेतृत्व का फैसला है. जिसे सभी बीजेपी के नेताओं को मानना पड़ेगा.
बता दें, कि मेनका गांधी और वरुण गांधी को नई कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, एमएम जोशी, केन्द्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं के नाम हैं. बीजेपी नेता वरुण गांधी लखीमपुर हिंसा मामले पर लगातार योगी सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को लगभग इस पूरे प्रकरण का दोषी ठहरा दिया. लखीमपुर मामले पर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की ओर वरूण गांधी का स्टंट ठीक उसी तरह था, जिस तरह विपक्ष उनको आरोपित कर रहा है.