गोरखपुर से फुल होकर आई वंदे भारत, लखनऊ से आधे रह गए यात्री
गोरखपुर से वंदे भारत एक्सप्रेस रविवार को फुल होकर आई. हालांकि लखनऊ से वापसी पर यात्रियों की संख्या आधी रह गई.
लखनऊ: देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस का गोरखपुर से लखनऊ के लिए रविवार से विधिवत संचालन शुरू हो गया. गोरखपुर से 22549 वंदे भारत एक्सप्रेस रविवार सुबह अपने समय से रवाना हुई और चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर अपने तय समय से 12 मिनट पहले पहुंच गई. पहले दिन गोरखपुर से चली इस ट्रेन में यात्रियों से सभी सीटें फुल हो गईं, लेकिन जब वापसी में लखनऊ से गोरखपुर के लिए वंदे भारत रवाना हुई तो यात्रियों ली संख्या हाफ से कुछ ही ज्यादा हो पाई.
गोरखपुर से वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6:05 पर रवाना हुई. इसको चारबाग स्टेशन पर सुबह 10:20 बजे पहुंचना था लेकिन यह गाड़ी 12 मिनट पहले 10:08 बजे ही पहुंच गई. ट्रेन में सवार यात्री काफी खुश नजर आए. हालांकि ट्रेन के किराए को थोड़ा महंगा जरूर बताया. यात्रियों ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस की टाइमिंग अच्छी है, क्योंकि इससे सुबह लखनऊ पहुंच जाएंगे और दिन भर काम निपटाने के बाद रात तक अपने घर पर होंगे. खासकर बिजनेसमैन और नौकरी पेशा लोगों के लिए यह ट्रेन काफी उपयोगी होगी. किराया थोड़ा कम हो जाए तो फिर इस ट्रेन को सवारियों की कमी से भी जूझना नहीं पड़ेगा. ज्यादातर यात्री अपनी यात्रा के लिए इसी ट्रेन को प्राथमिकता देंगे.
लखनऊ से नहीं फुल हो पाईं सीटें
गोरखपुर से भले ही ट्रेन भरकर आई हो लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस को वापसी में यात्रियों के लिए जूझना पड़ गया. 530 यात्रियों की क्षमता वाली ट्रेन में करीब ढाई सौ सीटें खाली रह गईं. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार को मिलाकर करीब 445 सीटों पर बुकिंग होती है जिसमें से 235 सीटें ट्रेन के जाने के एन वक्त पहले तक खाली रही.
बता दें कि सात जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में वंदे भारत एक्स्प्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. पहले दिन ट्रेन का कामर्शियल रन शुरू नहीं हुआ था. नौ जुलाई से कामर्शियल रन शुरू हो गया. पहले दिन ट्रेन की खूबियों को देखने और समझने के लिए गोरखपुर से लखनऊ के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस में बड़ी संख्या में यात्रियों ने सफर किया. गोरखपुर से लखनऊ के बीच ट्रेन सिर्फ दो ही स्टेशनों पर दो दो मिनट के लिए रुकती है. पहला स्टेशन बस्ती तो दूसरा स्टेशन अयोध्या है. बीच के किसी स्टेशन पर ट्रेन को ठहराव नहीं दिया गया है.
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