लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्राइवेट संस्थानों को अपने सीएसआर फंड का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए करना चाहिए. राज्यपाल ने एक निजी टेलीकॉम कंपनी फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए यह बात कही.
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उपलब्ध कराई गईं सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन
राज्यपाल ने बताया कि फाउंडेशन द्वारा प्रदेश के पांच जिलों बनारस, गोरखपुर, लखनऊ मुरादाबाद और उन्नाव की महिला जेलों में उपयोग के लिए पांच मैनुअल सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन और छह सेनेटरी नैपकिन डिस्पोजल मशीन उपलब्ध करायी गईं है. इन्हें संबंधित महिला जेलों को उपलब्ध करा दिया गया है. इससे उन जेलों में सजा काट रहीं महिलाओं को सुविधा होगी. फाउडेंशन के निदेशक पी. बालाजी ने बताया कि हमारा संस्थान 27 करोड़ ग्राहकों को संचार सुविधाएं दे रहा है.
गुरुशाला पोर्टल से शिक्षकों को जोड़ने का कार्य
बालाजी ने बताया कि संस्थान सीएसआर फंड से जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत गुरुशाला पोर्टल चला रहा है. इससे शिक्षकों को जोड़ा जा रहा है ताकि बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी जा सके. साथ ही आर्थिक शिक्षा, स्काॅलरशिप कार्यक्रम और वैक्सीनेशन जागरूकता कार्यक्रम भी संस्थान की तरफ से चलाया जा रहा है.