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69 हजार शिक्षक भर्ती के ओबीसी अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में राजधानी के इको गार्डन पहुंच चुके हैं...देश-प्रदेश की 10 बड़ी खबरें

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही 69 हजार शिक्षक भर्ती के ओबीसी अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में राजधानी के इको गार्डन पहुंच चुके हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज जनादेश यात्रा लेकर निकले हैं...

देश-प्रदेश की 10 बड़ी खबरें
देश-प्रदेश की 10 बड़ी खबरें

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Published : Sep 6, 2021, 12:57 PM IST

  • सैकड़ों की संख्या में राजधानी पहुंचे शिक्षक भर्ती के OBC/SC अभ्यर्थी, भीम आर्मी प्रमुख करेंगे अगुवाई

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में चल रही 69 हजार शिक्षक भर्ती के ओबीसी अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में राजधानी के इको गार्डन पहुंच चुके हैं, जहां सरकार के खिलाफ इनका जमकर प्रदर्शन चल रहा है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश सरकार के कर्मचारियों ने शिक्षक भर्ती में आरक्षण के नियमों की अनदेखी की है. बता दें कि इस आंदोलन की अगुवाई भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर कर रहे हैं. हालांकि, वह अभी तक धरना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं.

  • ट्रिब्यूनल सुधार एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकारा, कहा- अदालत के फैसले का सम्मान नहीं कर रहा केंद्र

कोर्ट ने कहा कि पिछली सुनवाई में भी पूछा गया था कि आपने (केंद्र) ट्रिब्यूनलों में कितनी नियुक्तियां की हैं. हमें बताइए कि कितनी नियुक्तियां हुई हैं.

  • बसपा से बरखास्त इंद्रजीत सरोज का बड़ा बयान, पैसे न देने पर मायावती कर देती हैं पार्टी से बाहर

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज जनादेश यात्रा लेकर निकले हैं. तकरीबन दो महीने तक चलने वाली इस यात्रा में वह पूरे उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे. इसी क्रम में इंद्रजीत सरोज बलरामपुर जिला पहुंचे, जहां उन्होंने बसपा सुप्रीमों मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि जो हमारी पूर्व नेता को पैसा नहीं देता है, वे उसे पार्टी से निकाल देतीं हैं.

  • UP में आज से टीकाकरण महाअभियान शुरू, 12 हजार से अधिक केंद्रों पर ऑन द स्पॉट वैक्सीनेशन की सुविधा

उत्तर प्रदेश में आज 6 सितंबर से कोरोना वैक्सीन का महाअभियान शुरू हो गया है. इसके तहत एक दिन में 30 लाख से भी ज्यादा लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस महाअभियान को सफल बनाने क लिए प्रदेश में 12 हजार 845 बूथ बनाए गए हैं.

  • प्यार चढ़ा परवान : परिवार ने किया विरोध फिर भी मुस्लिम युवती ने मंदिर में किया विवाह, जानें क्या है मामला

जब शादी की भनक प्रेमिका के घर वालों को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया. युवती के साथ घरवालों ने मारपीट भी की लेकिन 112 नंबर पुलिस को फोन करने पर थाना पाली मुकीमपुर की पीआरवी मौके पर आ गई. पुलिस ने युवती को समझाया लेकिन वो अपने मां-बाप के साथ जाने को राजी नहीं हुई.

  • 90 साल का दूल्हा, 75 साल की दुल्हन, शादी में नाती-पोतों ने मनाया जश्न

अकेलेपन का एहसास इंसान का जीवन बेहद मुश्किल बना देता है फिर चाहे उम्र कुछ भी हो. एक खुशहाल जीवन के लिए 1 साथी की जरूरत पड़ती ही है. इस बात को साबित कर दिखाया उम्र के आखिरी पड़ाव पर जिंदगी गुजार रहे 90 साल के बुजुर्ग ने जिसने 75 वर्षीय महिला से ब्याह रचाकर एक रिकार्ड बना दिया.

  • यूपी कोरोना अपडेट: सोमवार को मिले 8 नए मरीज, बुखार का बढ़ा प्रकोप

उत्तर प्रदेश में सोमवार को 8 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले. वहीं बुखार भयावह चला है. अस्पतालों में मरीजों की भरमार है. रविवार को फिर 235 एक्टिव केस रह गए हैं.

  • बीमार बेटे को मेडिकल काॅलेज में भर्ती किया तो मां ने पकड़ लिए प्राचार्या के पैर, जानें क्या है मामला

मेडिकल कॉलेज की हालत भी काफी खराब है. 100 शैय्या के अस्पताल में 439 मरीज भर्ती हैं. अव्यवस्था का आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज पेशेंट को भर्ती तक नहीं कर रहा है. अव्यवस्था के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें हैं. एक वीडियो ऐसा वायरल हुआ जिसमें महिला अपने बेटे को अस्पताल के बाहर घास पर लिटा कर उसके माथे पर पानी की पट्टी रख रही है.

  • लॉकडाउन में नौकरी छूटते ही संसार से हुआ मोहभंग, अपना लिया सन्यास का रास्ता

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के रहने वाले आशुतोष श्रीवास्तव ने बेरोजगारी के चलते अपना केवल नाम ही नहीं बल्कि अपना जीवन भी बदल दिया. आशुतोष से आशुतोष महाराज बनने की उनकी कहानी बड़ी दिलचस्प है. आईये जानते हैं..

  • शिक्षा के जुनून के आगे बाढ़ के खौफ से भी नहीं डरतीं संध्या, रोज खुद नाव चलाकर जातीं हैं स्कूल

एक तरफ जहां गांव के दूसरे बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया, वहीं संध्या के मन में पढ़ाई के प्रति जो जज्बा था उसकी वजह से संध्या घर में बैठने के बजाय नाव से ही स्कूल आना जाने लगीं. संध्या रेलवे में नौकरी करना चाहती हैं. वह कहतीं हैं कि उसका घर 15 दिन से पानी में डूबा है. वह लोग छत पर जिदंगी गुजार रहे हैं.

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