लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के लखनऊ रीजन के अवध डिपो से रोडवेज के चालक-परिचालकों ने गुरुवार सुबह से ही एसी बसों का संचालन ठप कर दिया था. अभी तक एक भी बस कार्यशाला से बाहर नहीं निकली है. इससे बस स्टेशन पर यात्रियों को काफी दिक्कत हो रही है. अवध डिपो के कर्मचारियों का कहना है कि जब तक लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज पुंडीर को रीजन से हटाया नहीं जाता है तब तक बसों का संचालन शुरू नहीं किया जाएगा. अगर कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी तो गुरुवार की रात 12 बजे से पूरा रीजन बंद करा दिया जाएगा. इतना ही नहीं ज्यादा समस्या खड़ी की तो शुक्रवार से प्रदेश भर में बसों का संचालन ठप करा दिया जाएगा.
रोडवेज कर्मचारियों ने अपनी जो प्रमुख समस्याएं रखी हैं उनमें डीडीडीआर पूर्व की तरह देकर 250 किलोमीटर का नियम खत्म किया जाए. चालकों, परिचालकों की आठ से 10 घंटा बिना समयसारिणी से बस स्टेशनों में खड़ा कराकर विश्राम के नाम पर उल्टा प्रताड़ित करने, नियमित चालकों परिचालकों को ड्यूटी शेड्यूल की सख्ती से एक की अनुपस्थिति में दूसरे को छुट्टी देकर घर वापस जाना, चालकों परिचालकों से मानवाधिकार के विरुद्ध सातों दिन 24 घंटे वाहन पर संचालित होने के लिए दबाव बनाना, एसी गाड़ियों के अधिक किराए के कारण लोड फैक्टर कम आने पर चालक परिचालक को प्रताड़ित करना, उनका स्थानांतरण करना, यात्रियों की झूठी शिकायतों पर चालक परिचालक का उत्पीड़न करना, आलमबाग और अन्य बस स्टेशनों पर संबद्ध डिपो के संचालन के समय पर एक साथ कई वाहनों का सवारी बिठाना शामिल है.
Roadways Workers Strike : क्षेत्रीय प्रबंधक को हटाने की मांग पर अड़े रोडवेजकर्मी, कहा-नहीं चलाएंगे बसें
लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार पुंडीर मनमानी का आरोप लगाकर अवध डिपो से रोडवेज के चालक-परिचालकों ने बसों का संचालन ठप कर दिया है. रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि क्षेत्रीय प्रबंधक को न हटाने तक हड़ताल जारी रहेगी.
इसके अलावा डीजल फिलर के अभाव में ड्राइवरों का खुद डीजल भरा जाना, स्पेयर पार्ट्स के कारण वाहनों की मरम्मत समय से न हो पाना, सामान्य संचालन के विरुद्ध परीक्षण में ही आय प्रभावित करना, कर्मचारियों का दुर्घटना बीमा निर्धारित न कराना, आलमबाग बस स्टेशन से पूर्व समयसारिनी को निरस्त करके मनमाने ढंग से चलाए जाने के कारण आय प्रभावित होना, ब्रेक डाउन होने पर नियमित कर्मचारियों का किलोमीटर के अभाव में वेतन आहरित न करना, कर्मचारियों को रेस्ट न देकर ओवर वर्क लिया जाना, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन बढ़ाए जाने, आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को साप्ताहिक विश्राम निर्धारित न किया जाना, वेतन का समय से भुगतान न किया जाना और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को शोषण बंद किए जाने की मांग की गई है.
यूनियन नेता रामराज विश्वकर्मा का कहना है कि कर्मचारियों को लगातार अधिकारी प्रताड़ित कर रहे हैं. जिससे रोडवेज की आय घट रही है. बसों को रात्रि हाल्ट करने के लिए कहा जा रहा है, जबकि इसमें काफी दिक्कत होती है. रेस्ट रूम की कहीं भी व्यवस्था सही नहीं है. संविदाकर्मियों को नौकरी करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं, एक ही डिपो में तमाम नियम कानून थोपे जा रहे हैं. यह बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है. लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक को जब तक नहीं हटाया जाता है बसों का संचालन ठप रहेगा.
लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार पुंडीर का कहना है कि मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक नियम लागू किया जा रहा है. इससे चालक-परिचालकों को परेशानी हो रही है. नियम तो लागू ही किया जाएगा, परेशानी अपनी जगह है. रात्रि में आराम न करने से बसें दुर्घटनाग्रस्त हो रही हैं. पिछले 20 दिनों में ही तीन बसें पीछे से दुर्घटनाग्रस्त हुई हैं. बस दुर्घटना न हो इसे लेकर फैसले लिए जा रहे हैं. बिना पूर्व अनुमति के हड़ताल की गई है, यह सही नहीं है.
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