लखनऊ: प्रदेश में 438 अपराधिक घटनाएं ऐसी थी, जिन्हें एसटीएफ ने होने से पहले ही रोक लिया और अपराधियों की योजना को नाकाम कर दिया. राज्य के प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि बीते 7 सालों में यूपी एसटीएफ ने यूपी में संगठित अपराध को रोकने के लिए अभियान चलाते हुए 700 से अधिक कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यही नहीं नशे के सौदागरों पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए 790 स्मगलरों को सलाखों के पीछे भेजा है.
प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने बताया कि साल 2017 से अब तक एसटीएफ ने 2084 विशेष सराहनीय कार्य करते हुए 3197 संगठित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान 700 कुख्यात और इनामी अपराधी पकड़े गये है. वहीं, गिरफ्तारी के प्रयास के दौरान हुई मुठभेड़ में 38 इनामी अपराधी भी मारे गये है. एनकाउंटर में मारे गये इन अपराधियों पर 10 हजार से लेकर 5 लाख रुपये तक का इनाम घोषित था. प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि एसटीएफ ने सतर्कता दिखाते हुए बीते सात सालों में 438 से अधिक जनप्रतिनिधि, प्रतिष्ठित व्यक्ति, आम नागरिक के अपहरण, लूट, हत्या जैसी अपराधों की घटनाओं को घटित होने से पहले ही रोक लिया.
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया है कि बीते सात सालों में परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक जैसी धांधली को रोकने और जड़ से खत्म करते हुए 149 गिरोहों के 726 सरगना, साल्वरों और छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं साइबर अपराधों में लिप्त 319 साइबर अपराधियों भी पकड़े गए. अमिताभ यश ने यह भी बताया कि अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले अपराधियों के विरुद्ध अभियान चलाकर 167 अपराधियों की गिरफ्तारी कर उनके कब्जे से 1785 अवैध शस्त्र और 7716 अवैध कारतूस बरामद किये गये.