लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा संघ लोक सेवा आयोग व राज्य सेवा आयोग द्वारा संचालित सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए 10 माह का निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. इस निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान संस्कृत साहित्य की सहभागिता और संस्कृत साहित्य को रोजगार उन्मुख बनाने का प्रयास कर रहा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान दे रहा है सिविल सेवा का निशुल्क प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की तैयारी चरणबद्ध तरीके से कराने जा रहा है. इस योजना का लखनऊ केंद्र के साथ-साथ प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों प्रयागराज,गोरखपुर, वाराणसी, बरेली, आगरा और झांसी में भी विस्तार किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण के अंतर्गत सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की तैयारी चरणबद्ध तरीके से कराई जाएगी. साथ ही ऐसे विद्यार्थी जिनका मुख्य परीक्षा हेतु चयनित विषय संस्कृत साहित्य हो और जो 21 से 35 आयु वर्ग के विद्यार्थी हों वह इस योजना का लाभ ले सकते हैं. इतनी ही नहीं इस प्रशिक्षण के अंतर्गत 3,000 रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी.
कल होगा 113 विद्यार्थियों का साक्षात्कार
संस्कृत संस्थान के निदेशक पवन कुमार ने बताया कि संस्थान का प्रथम सत्र समाप्त हो रहा है. द्वितीय सत्र हेतु प्रवेश परीक्षा के उपरांत कुल 113 विद्यार्थियों को साक्षात्कार हेतु 9 और 10 नवंबर को बुलाया गया है. संस्थान के निदेशक ने बताया कि साक्षात्कार में देश और प्रदेश के कला वर्ग के साथ-साथ विज्ञान,यांत्रिकी क्षेत्र के जुड़े हुए विद्यार्थियों ने संस्कृत साहित्य के अध्ययन के लिए रुचि दिखाई है. इस योजना को लखनऊ केंद्र के साथ-साथ प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों प्रयागराज,गोरखपुर, वाराणसी, बरेली, आगरा और झांसी में भी विस्तार किया जाएगा.
प्रदेश सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए समाज के सभी समुदायों वर्गों को एकत्रित कर लाभ पहुंचाने की अनूठी पहल कर रही है. इसी क्रम में संस्कृत साहित्य के प्रति छात्रों में रुचि भी पैदा की जाएगी.