लखनऊः हर साल पांच जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए परिवहन निगम ने तमाम प्रयास किए हैं. डीजल से चलने वाली अधिकारियों की गाड़ियों को कम किया जा रहा है. इनकी जगह इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां ले रही हैं. सिटी बस में अब इलेक्ट्रिक बसें जुड़ रही हैं. बसों में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए प्लास्टिक की बोतल बैन कर दी गई है. बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इसके अलावा भी परिवहन निगम की तरफ से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कई उपाय किए गए हैं.
बस स्टेशन पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है, जिसमें कई प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं. डीजल बसों से कार्बन उत्सर्जन पर लगाम लगाने के लिए अब परिवहन निगम बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही सीएनजी बसें शामिल करने पर जोर दे रहा है. सिटी बस बेड़े में 40 इलेक्ट्रिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल भी की जा चुकी हैं, जबकि 100 बसें शामिल की जानी हैं. अधिकारियों के कार पूल में भी तब्दीली की जा रही है.
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डीजल से चलने वाली कारों की जगह अधिकारियों को भी इलेक्ट्रिक कारें दिए जाने की योजना है. इन सबके अलावा परिवहन निगम ने ऊर्जा संरक्षण की दिशा में भी खास कदम उठाए हैं, जिनमें परिवहन निगम मुख्यालय से लेकर बस स्टेशनों पर बिजली की खपत कम करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है. सूर्य से निकलने वाली ऊर्जा से बस स्टेशन शीतल हो रहे हैं.
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हर साल बस स्टेशन पर लगाया जाते हैं पौधे
हर साल पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. परिवहन निगम ने पर्यावरण संरक्षित करने के तमाम प्रयास किए हैं. राज्य सरकार सभी विभागों को पौधरोपण का लक्ष्य देती है, उसे परिवहन निगम पूरा करता है. इसके अलावा बस स्टेशन को हरा भरा रखने के लिए वहां पर खाली स्थान पर पौधे लगाए जाते हैं. ग्रीन बस स्टेशन बनाए जा रहे हैं, साथ ही बस स्टेशन पर बिजली बचाने और पर्यावरण संरक्षित करने के लिए सोलर पैनल का इस्तेमाल किया जा रहा है.