लखनऊ: पूरे देश में मछली पालन और उससे जुड़े अन्य कार्यों की दिशा में अच्छी परफॉर्मेंस के लिए उत्तर प्रदेश को पहला पुरस्कार दिया जाएगा. विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर शनिवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यह पुरस्कार दिया जाएगा. केंद्रीय मत्स्य पालन पशुपालन व डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह कल यानी 21 नवंबर को नई दिल्ली में यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग के निदेशक एसके सिंह को देंगे.
जानकारी देते मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक अनिल कुमार. रैंकिंग में तीसरा स्थान
जहां बेस्ट परफॉर्मिंग के लिए यूपी को पहला पुरस्कार मिला है वहीं मत्स्य उत्पादन के लिए केंद्रीय मत्स्य विभाग द्वारा जारी रैंकिंग में यूपी को पूरे देश में तीसरा स्थान मिला है. रैंकिंग में पहला स्थान पश्चिम बंगाल, दूसरा आंध्रप्रदेश को मिला है.
'उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव की बात'
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि पूरे देश में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए उत्तर प्रदेश को प्रथम पुरस्कार मिलेगा. यह उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है. सहायक निदेशक ने बताया कि प्रदेश में मत्स्य पालकों को प्रशिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें तकनीकी रूप से भी पारंगत किया जाता है. इसके साथ ही लगातार लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे वह इस व्यवसाय से जुड़कर मुनाफा कमा सकें. तालाबों में मत्स्य पालन आर ए सिस्टम और बायो फ्लॉक के माध्यम से लगातार मत्स्य प्रोडक्शन बढ़ाया जा रहा है.
महिलाओं व अनुसूचित जाति को मिल रहा 60 प्रतिशत का अनुदान
मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि सरकार मछली पालन करने वाली महिलाओं और अनुसूचित जाति के लोगों को 60 प्रतिशत का अनुदान दे रही है और मछली पालन में 40 प्रतिशत राशि लाभार्थी को लगानी पड़ती है. वहीं सामान्य वर्ग को सरकार की तरफ से 40 प्रतिशत ही अनुदान मिलता है और लाभार्थी को 60 प्रतिशत राशि लगानी पड़ती है.
प्रदेश सरकार मत्स्य व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार देने के लिए सब्सिडी दे रही है. जिससे अधिक से अधिक लोग इस व्यवसाय से जुड़कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए मुनाफा कमा सकें. इस व्यवसाय से जुड़ने वाले लोगों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है.