लखनऊः कोविड-19 संक्रमण के दौरान ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श की सुविधा देने के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ई-संजीवनी पोर्टल की शुरूआत की थी. ई-संजीवनी पोर्टल पर अब तक 4 लाख 15 हजार 209 लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिया जा चुका है. देश में सबसे ज्यादा लोगों ने उत्तर प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग किया है. इसके बाद ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श देने के मामले में उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है. जबकि दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते 24 घंटे में ई-संजीवनी पोर्टल पर 5 हजार 295 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया है.
ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सा परामर्श देने में यूपी नंबर वन
उत्तर प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल पर अब तक 4 लाख 15 हजार 209 लोगों को चिकित्सीय परामर्श दिया जा चुका है. देश में सबसे ज्यादा लोगों ने उत्तर प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग किया है.
कोरोना संक्रमण के 376 नए मामले
बीते 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 376 नए मामले सामने आए हैं. वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 8 हजार 172 कोरोना वायरस के एक्टिव केस हैं. जबकि 789 लोग अब तक कोरोना को मात दे चुके हैं. उत्तर प्रदेश में अब तक 5 लाख 80 हजार 482 लोग पूरी तरह से ठीक हुए हैं. वहीं, 8 हजार 584 लोगों की कोरोना से मौत हो हुई है. राजधानी लखनऊ में संक्रमण की दर 0.4 प्रतिशत है.
22 जनवरी को होगा वैक्सीनेशन
आगामी 22 जनवरी को होने वाले वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय नजर आ रहा है. पहले चरण के दूसरे दिन के तौर पर 22 जनवरी को वैक्सीनेशन किया जाएगा. इसमें उन तमाम लाभार्थियों को भी शामिल किया जाएगा, जो पहले दिन अनुपस्थित रहे. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन का टीका लगाया जाना है. इसके बाद फ्रंटलाइन कर्मचारियों और तीसरे चरण में 50 साल से अधिक के व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा.